खबरी का दूसरा एनुअल डे सेलिब्रेसन– में नेशनल सेमिनार मीडिया और लोकतंत्र का आयोजन
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चकिया‚चंदौली। आदर्श जन चेतना समिति की मीडिया पार्टनर खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क ने अपने दो साल का सफर पूरा किया और तीसरे वर्ष में प्रवेश की। जिस अवसर पर खबरी की तरफ से नेशनल सेमिनार का आर्गनाइजेशन ʺमीडिया और लोकतंत्र‘‘ का चकिया अहरौरा रोड स्थित द्विवेदी आई टी आई कालेज के सभागार में किया गया। राष्ट्रीय सेमिनार में पत्रकारों के पितामह से लेकर पत्रकारिता जगत की जानी मानी हस्तियाे के साथ ही शासन व प्रशासन के लोग भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती के तैल चित्र पर माल्र्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ ही साथ चकिया प्राथमिक विद्यालय प्रथम के बच्चों के द्वारा प्रस्तुत सरस्वती बन्दना से किया गया । जिसके पश्चात बच्चों ने स्वागत गीत व पत्रकारिता पर एक नाटक का भी मंचन किया। जिसे देख लोग दातों तले उंगली दबाने को विवश हो गये।
मीडिया तंत्र एवं जनता के बीच एक कड़ी का काम करता है– डी आई जी
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डिप्टी इंसपेक्टर जनरल आफ पुलिस राकेश कुमार सिंह ने अपने सारगर्भित सम्बोधन में कहा कि आज पारम्परिक तौर पर लोकतंत्र के 3 स्तंभ माने जाते रहे हैं – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका । लेकिन हाल के कुछ दशकों में मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाने लगा है । जिसमें एक स्वस्थ्य लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका है:-
- जनता को जागरूक, और इसके माध्यम से सशक्त बनाना ।
- सरकार की जवाबदेही को आकार देना ।
- जनमत (public opinion) को आकार देना ।
- तंत्र एवं जनता के बीच एक कड़ी का काम करना ।
- लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता “अभिव्यक्ति की आजादी” की वकालत करना ।
- तंत्र (system) में पारदर्शिता को सुनिश्चित करना ।
- समाज की समस्याओं की पहचान करना एवं उन्हें उजागर करना इत्यादि है।
वही उन्होने कहा कि लोकतंत्र की अवधारणा में मीडिया को चौथे स्तंभ के रूप में देखा जाता है और इस प्रकार यह लोकतंत्र का एक अभिन्न अंग है। एक कार्यशील और स्वस्थ लोकतंत्र को एक ऐसी संस्था के रूप में पत्रकारिता के विकास को प्रोत्साहित करना चाहिये जो व्यवस्था (establishment) से कठिन प्रश्न पूछ सके—या जैसा कि आमतौर पर कहा जाता है, ‘‘सत्य के पक्ष में सत्ता के समक्ष खड़े हो।
लोकतंत्र को बढ़ावा देने में मीडिया की अहम भूमिका– प्रो० उमेश सिंह
प्रख्यात लेखक व चिंतक व विचारक प्रो० उमेश सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि लोकतंत्र को बढावा देने में मीडिया आ अहम योगदान है दोनो एक दूसरे के पूरक है। उन्होने निम्न विन्दुओं को अपने उद्बोधन के माध्यम से उकेरा।
- सूचना प्रदान करना:
- मीडिया नागरिकों को राजनीतिक मुद्दों, नीतियों और घटनाओं के बारे में सूचित करता है, जिससे उन्हें अपने नेताओं और सरकार के बारे में सूचना-संपन्न निर्णय ले सकने का अवसर मिलता है।
- नेताओं को जवाबदेह बनाए रखना:
- मीडिया एक प्रहरी के रूप में कार्य करता है, जो सरकारी अधिकारियों के कार्यों की संवीक्षा करता है और उन्हें उनके कार्यों के लिये जवाबदेह ठहराता है।
- सार्वजनिक बहस को प्रोत्साहित करना:
- मीडिया सार्वजनिक बहस और राजनीतिक मुद्दों पर प्रोत्साहित करने का कार्य करता है।
लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका से संबद्ध चुनौतियाँ
- मीडिया पूर्वाग्रह:
- मीडिया पूर्वाग्रह (Media Bias) आम जनता के समक्ष प्रस्तुत की जाने वाली सूचना को विकृत कर सकता है, जिससे निष्पक्षता की कमी और उपलब्ध सूचना में असंतुलन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप ध्रुवीकृत जनमत (polarized public opinion) और मीडिया के प्रति भरोसे की कमी की स्थिति बन सकती है।
- भारत में मुख्यधारा की मीडिया प्रायः सरकार समर्थक या पूर्णरूपेण सरकार विरोधी रुख से ग्रस्त रही है, जहाँ वे चरम दृष्टिकोण रखते हैं और संतुलन साधने का प्रयास नहीं करते, बल्कि आम लोगों से संबंधित मुद्दों की उपेक्षा ही करते हैं।
तथ्य की शुद्धता और तथ्य-परीक्षण को बढ़ावा देना– प्रो०ओ०पी०सिंह
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ मालवीय पत्रकारिता संस्थान के पूर्व निदेशक प्रो० ओ० पी० सिंह ने कहा कि पत्रकारों के साथ-साथ अन्य हितधारकों की सामूहिक ज़िम्मेदारी है कि वे रिपोर्टिंग की प्रक्रिया से पूर्वाग्रह के किसी भी तत्त्व को अलग करें। उन्होने कहा कि रिपोर्टिंग से पहले सभी समाचारों को सत्यापित करने के लिये एक व्यापक तथ्य-परीक्षण तंत्र (fact-checking mechanism) होना चाहिये। समाचार प्रकाशित करते समय मीडिया संस्थानों से सतर्कता बरतने की अपेक्षा की जाती है।मीडिया को यह सुनिश्चित करने के लिये विविध आवाज़ों और दृष्टिकोणों का प्रतिनिधित्व करने का प्रयास करना चाहिये कि सभी दृष्टिकोणों को सुना जाए और उन पर विचार किया जाए। यह अधिक सूचना-संपन्न और संलग्न नागरिक वर्ग को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
सत्तारूढ़ लोगों में जवाबदेह बनाए रखना:
मीडिया की प्रमुख भूमिकाओं में से एक है सत्तारूढ़ लोगों के कार्यों एवं निर्णयों की रिपोर्टिंग करके उन्हें जवाबदेह बनाए रखना। इसमें भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग की जाँच करना भी शामिल है।
कॉर्पोरेट प्रभाव:
- मीडिया आउटलेट प्रायः बड़े कॉर्पोरेट के स्वामित्व में होते हैं, जो मीडिया की संपादकीय नीतियों और रिपोर्टिंग को प्रभावित कर सकते हैं। इससे दृष्टिकोणों की विविधता की कमी की स्थिति बन सकती है और सार्वजनिक हित के बजाय लाभ पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।
सोनभद्र सहित कई पत्रकारों को दिया गया पत्रकार गौरव अलंकरण सम्मान
मीडिया और लोकतंत्र विषयक राष्ट्रीय nnu संगोष्ठी में जहाँ पूर्वांचल से आये दर्जनों पत्रकारों को पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने के लिए खबरी न्यूज की तरफ से मंचस्थ अतिथियों द्वारा अंगवस्त्रम ‚स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया जिसमें सोनभद्र से राकेश शरण मिश्र‚संजीव श्रीवास्तव ‚संतोष नागर‚ डी डी यू नगर के डॉ विनय वर्मा‚ अमर उजाला के भदोही ब्यूरो चीफ मनोज कुमार गुप्ता‚ प्रवक्ता संतोष सिंह यादव व चकिया की उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्या मीना राय जिन्होने अभी हाल में ही राज्य पुरष्कार प्राप्त किया था सहित कई पत्रकारों को सम्मान दिया गया ।
प्राथमिक विद्यालय चकिया प्रथम के बच्चों ने की मनमोहक प्रस्तुति
राष्ट्रीय सेमिनार को चार चाँद लगाने में प्राथमिक विद्यालय प्रथम के बच्चों का अतुलनीय योगदान रहा। जिन्होने अपने गेस्ट को रिसिव करने के स्काउट गाइड के बैंड के साथ गेस्ट को सेमिनार तक ले जाने के साथ ही साथ उनके द्वारा किये गये सांस्कृतिक कार्यक्रमों को काफी सराहा गया जिसके लिए उनके प्रधानाचार्य व राज्य पुरष्कार प्राप्त राजेश कुमार व चन्द्रभान जी को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के पश्चात सारे बच्चों को शिल्ड व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
खबरी पोस्ट कभी खबरों से समझौता नही किया – एडिटर के०सी०श्रीवास्तव एड०
खबरी पोस्ट के एडिटर के सी श्रीवास्तव एड० ने कहा कि खबरी पोस्ट ने अपने दो साल के सफर में चाहे वह वेव मीडिया हो या फिर यू ट्यूब चैनल कभी भी खबरों से कोई समझौता नही किया। इसने अपने ग्राउंड रिर्पोर्टिंग‚ इन्टरब्यू‚ के साथ ही साथ अपनी निस्पक्षता से लोगो के बीच में अपनी अमूल्य पहचान बनाई है। आज जब भी न्यूज के निस्पक्षता की बात होती है तो आमजन हो या फिर अधिकारी वर्ग खबरी का नाम लेने से नही चूकते । जिसके लिए हमारी इडिटोरियम टीम के साथ ही साथ खबरी के जाबांज रिर्पोटर बधाई के पात्र है जिन्होने निर्भिकता व निष्पक्षता के साथ अपने को स्थापित किया है। और जो नही कर पाया वो हट गया।
कार्यक्रम में इनकी रही गरिमामई उपस्थिति
कार्यक्रम में उपजिलाधिकारी दिब्या ओझा‚बृक्ष बंधु व आदर्श जन चेतना समिति के संरक्षक डॉ परशुराम सिंह‚ संरक्षिका डॉ गीता शुक्ला‚वरिष्ठ अधिवक्ता शम्भूनाथ सिंह एड०,डा. विनय वर्मा‚आर पी एफ कमांडेंट जतीन वी राज‚राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो० संगीता सिन्हा आदि ने अपने विचार ब्यक्त किये। कार्यक्रम के दौरान नगर अध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव‚आबकारी निरीक्षक उमेश चन्द्र द्विवेदी ‚डा अभिषेक कुमार पांडेय ‚ srvs के उप प्रबंध निदेशक श्याम जी सिंह, संजय पाठक,शीतला प्रसाद राय‚तरूण भार्गव‚प्रदीप उपाध्याय ‚ प्रसाद केशरी‚प्रेम शंकर तिवारी‚मोहन पांडेय‚प्रशान्त गुप्ता‚अजय राय,खबरी के जिला प्रभारी रामयश चौबे‚ तकनीकी सहायक धर्मबीर सिंह , तहसील प्रभारी अवधेश द्विवेदी‚ क्राइम रिर्पोटर त्रिनाथ पांडेय‚बृजेश केशरी‚ अमरेन्द्र सिंह‚ आफताब आलम‚ आरिफ आलम‚कार्तिकेय पांडेय,परवेज अंसारी‚ सरदार गौतम सिंह, सुजीत तिवारी सहित तमाम गणमान्य लोग व पत्रकार बंधु मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो० विमल सिंह व संचालन प्रवक्ता संतोष कुमार यादव धन्यवाद एडिटर के सी श्रीवास्तव एड. ने किया।