- आरपीएफ जवानों की हत्या में शामिल 50 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार
- पुलिस के साथ मुठभेड़ में पैर में लगी गोली
डीडीयू नगर चंदौली। विगत अगस्त माह में दो आरपीएफ जवानों की हत्या में शामिल अपराधी फरार चल रहा था, पुलिस को इसकी काफी दिनो से तालास थी, जिसको पकड़ने के लिए प्रशासन के तरफ से 50 हजार रुपये का इनामी की भी घोषणा कर दिया गया था। देर रात्रि शातिर अपराधी पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। पैर में गोली लगने से बदमाश घायल हो गया। पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं उससे पूछताछ में जुटी रही। पुलिस के अनुसार इनामी अपराधी ने आरपीएफ जवानों की हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार की। उसके पास से एक तमंचा और एक बैग अवैध शराब बरामद की गई।
एएसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक गहमर, चौकी प्रभारी बारा, चौकी प्रभारी देवल और चौकी प्रभारी सेवराई पुलिस फोर्स के साथ बिहार बार्डर स्थित बारा बैरियर पर मौजूद थे। उसी दौरान सूचना मिली कि शातिर शराब तस्कर बारा कला हाल्ट पर बैग में शराब लेकर मौजूद है।
वह बिहार जाने की फिराक में है। सटीक सूचना के आधार पर गहमर एसओ फोर्स के साथ पहुंचे तो देखा कि एक व्यक्ति काले रंग का बैग लेकर मौजूद है और पुलिस को देखकर भागने लगा। पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया। इस पर वह तमंचे से पुलिस फोर्स पर फायरिंग करने लगा। पुलिस टीम ने उसे रुकने को कहा, लेकिन उसने प्लेटफार्म के बगल में पेड़ और पानी टंकी का आड़ लेकर पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगा।
पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इसमें बदमाश के बाएं पैर में गोली लग गई। इससे वह घायल होकर गिर पड़ा। पुलिस ने उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया। बदमाश की पहचान बिहार प्रांत के भोजपुर, आरा निवासी रवि कुमार के रूप में हुई। 19-20 अगस्त की रात बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस में आरपीएफ जवान मो. जावेद निवासी देवैथा और प्रमोद कुमार निवासी करका भोजपुर बिहार की तस्करों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।
उसके बाद शवों को गहमर के बकैनिया के पास रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था। मामले की जांच एसटीएफ ने की तो चार तस्करों को पकड़ लिया गया। वहीं एक अन्य तस्कर को गाजीपुर पुलिस पहले ही पकड़ चुकी है।