- गांजा तस्कर के साथ एक शराब तस्कर को किया गिरफ्तार
- जीआरपी व आरपीएफ की कार्रवाई
- मादक पदार्थों की तस्करी जारी
डीडीयू नगर चंदौली। भारतीय रेल द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी, अब आम बात हो गयी है। चाहें वो गांजा हो या शराब। इतनी सारी गिरफ्तारी के बावजूद भी तस्कर बेखौफ है। ऐसा लगता है कि उन्हें, अपने आका और पैसों की ताकत पर ज्यादा भरोसा है। जीआरपी और आरपीएफ द्वारा लगातार गिरफ्तारियां हो रही है। पर अभी तक रेलवे पुलिस, इन तस्करों के आकाओं को पकड़ने में असमर्थ रही है।
ताजा मामले की बात करें तो जनपद चंदौली के डीडीयू जीआरपी और आरपीएफ के जवानों को ट्रेन द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी के विरुद्ध बड़ी सफलता मिली है। संयुक्त टीम ने चेकिंग के दौरान डीडीयू स्टेशन के पीएफ संख्या 6 के पश्चिमी छोर से एक शातिर गांजा तस्कर को गिरफ्तार कर उसके पास से कुल 11.038 ग्राम नाजायज गांजा बरामद किया है।
इस बाबत जीआरपी द्वारा बताया गया कि गिरफ्तार अभियुक्त का नाम विशोक कुमार है, जिसके विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जा रही है। वहीं बरामद गांजे की कीमत करीब 5 लाख रुपये है। जीआरपी पुलिस के अनुसार गिरफ़्तार अभियुक्त, झारखण्ड, उड़ीसा प्रान्त के आस-पास के जिलों से अनजान व्यक्तियो से गांजा खरीदता है, और खरीदे हुए गांजे को ट्रेन के माध्यम से दिल्ली, पंजाब प्रान्त में ले जाकर ऊंचे दामो में बेच देता है। शराब तस्कर गिराफ्तार
वहीं दूसरी ओर जीआरपी पुलिस के जवानों ने चेकिंग के दौरान पीएफ संख्या 1/2 के पूर्व दिशा स्थित स्टेशन नाम पट्टिका बोर्ड से चंद दूरी पर एक शराब तस्कर को गिरफ्तार कर उसके पास से 66 आफिसर च्वाइस पाउच अग्रेजी शराब बरामद किया है। जीआरपी द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि गिरफ़्तार अभियुक्त का नाम मो0 जहीर है, जो कि बिहार का रहने वाला है।
जीआरपी के अनुसार, पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह बिहार राज्य में शराब बन्दी होने का फायदा उठाता है। वह, यूपी से शराब खरीदता है, और उसे ट्रेनों के माध्यम से बिहार ले जाकर ऊंचे दाम में बेच देता है। आपको बता दें कि उपरोक्त दोनों मामलों में ट्रेन द्वारा तस्करी करने की बात सामने आई है, जो भारतीय रेल के लिए सोचने का विषय है।