- बदायूं के बिसौली क्षेत्र में अज्ञात वाहन की टक्कर से जेई शशि प्रकाश गुप्ता की मौत हो गई। वह मूल रूप से चंदौली जिला के रहने वाले थे। तीन साल से बदायूं में थे तैनात
- दाह संस्कार नरायनपुर के रैपुरिया घाट पर
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
त्रिनाथ पांडेय
चकिया‚चंदौली। क्षेत्र से सटे गांव बलिया निवासी 46 वर्षीय शशि प्रकाश गुप्ता की सड़क हादसे में मौत हो गई। वह बदायूं में बिजली निगम के जेई के पद पर तैनात थे। शशि प्रकाश के भाई ने बताया कि वह तीन साल से बदायूं के थाना बिसौली के अंतर्गत गांव उदरा बिजली उपकेंद्र पर जेई के पद तैनात थे। विभागीय बैठक समाप्त होने के बाद बाइक से कमरे पर जा रहे थे। बिसौली थाना क्षेत्र के सिद्धपुर गांव के पास किसी अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
नही मिला अभी तक टक्कर मारने वाला वाहन ‚तलाश तेज
राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें बिसौली सीएचसी में भर्ती कराया। हालत ज्यादा गंभीर होने पर बरेली के अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां लाते समय उनकी मौत हो गई। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मौत की खबर मिलते ही पत्नी गीता देवी भी अस्पताल पहुंच गई। शशि प्रकाश के एक बेटी और दो बेटे हैं। बिसौली पुलिस ने टक्कर मारने वाले वाहन की तलाश शुरू कर दी है।
3 वर्षो से थे बिजली विभाग में जे ई के पर बदायूं जिले में तैनात
बलिया खुर्द गांव निवासी बिजली विभाग के जेई शशि प्रकाश गुप्ता (46 वर्ष) की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। शशि वर्तमान में बदायूं जिले में मध्याचंल विद्युत वितरण निगम में जेई के पद पर कार्यरत थे। बताया जा रहा है की यह दुर्घटना उस वक्त हुई जब वो अपनी बाइक से किसी काम के लिए बिसौली जा रहे थे इसी दौरान वे किसी टैंकर की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन फानन में उन्हें बरेली जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
चकिया विद्युत उपकेन्द्र पर लाइनमैन भी रहे थे शशि‚दाह संस्कार नरायनपुर के रैपुरिया घाट पर
शशि प्रकाश गुप्ता लगभग ढाई साल पहले तक चकिया विद्युत उपकेन्द्र पर लाइनमैन के पद पर कार्यरत थे। जिसके बाद उनका प्रमोशन अवर अभियंता के पद पर हुआ था, जुलाई 2022 में ही उन्होंने अपना पदभार बदायूं जिले के रुदायन् विद्युत उपकेन्द्र पर जाकर ग्रहण किया था। पर शायद नियति को कुछ और ही मंजूर था। सोमवार देर शाम हुई इस घटना के उपरांत शशि की पत्नी गीता देवी, पुत्र मनीष और भाई विनोद गुप्ता बरेली पहुंचे जहां से पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को शव लेकर गांव के लिए रवाना हुए। और बुधवार की प्रातः लगभग चार पाँच बजे भोर में अपने पैतृक निवासस्थान पहुॅचे जिसके पश्चात उनके पार्थिव शरीर को नरायनपुर के रैपुरिया घाट पर दाह संस्कार के लिए ले जाया गया जहाँ पर उनका दाह संस्कार किया जा रहा है।