महराजगंज कस्बे में सड़क का चौड़ीकरण होना है, उसके चलते अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जानी। इसके लिए लोकनिर्माण विभाग व तहसील प्रशासन के स्तर पर काम किया जा रहा है। हिंसा प्रभावित इलाके में जो भी नुकसान हुआ है उसका भी टीमें आंकलन कर रही है। जो भी दोषी है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। -मोनिका रानी, डीएम
अतिक्रमण को लेकर 30 घरों पर नोटिस चस्पा ‚तीन दिनों में जबाव न देने पर होगी ध्वस्तीकरण
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
लखनऊ।बहराइच स्थित महसी तहसील क्षेत्र के महाराजगंज कस्बे में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद के घर पर जल्द ही योगी सरकार का बुल्डोजर चलने जा रहा है। शुक्रवार की शाम लोकनिर्माण विभाग द्वारा इनके घर पर अतिक्रमण को लेकर नोटिस चस्पा की गई है। यदि तीन दिनों में इनके द्वारा इसका जवाब न दिया गया तो पूरे घर को ध्वस्तीकरण करने की कार्रवाई होगी। इसके साथ ही यहां के करीब 30 घरों पर यह नोटिस चस्पा हो रही है। ऐसे में इन सभी के खिलाफ बुल्डोजर एक्शन होना तय माना जा रहा है।
एसपी को हटाने की तैयारी‚तहसीलदार किये गये डी एम कार्यालय में अटैच
यह सभी इस हिंसा में शामिल आरोपियों के ही घर बताए जा रहे है। वहीं इस मामले में लापरवाही मिलने पर एएसपी को भी हटाने की तैयारी है। जबकि तहसीलदार को डीएम कार्यालय अटैच कर दिया गया है।शुक्रवार की शाम पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड की टीम ने महाराजगंज गांव में हिंसा के नामजद आरोपी अब्दुल हमीद सहित करीब 30 घरों की नापजोख की है। उनके अवैध होने व अतिक्रमण हटाने का नोटिस भी चस्पा की गई है।
अब्दुल हमीद वही नामजद आरोपी जिसके घर रामगोपाल मिश्र की गोली मारकर की गई थी हत्या
सूत्रों के अनुसार औपचारिकताएं पूरी कर शीघ्र इन पर बुलडोजर की कार्यवाही की जा सकती है। सूत्रों का यह भी कहना है कि सबसे पहले कार्यवाही अब्दुल हमीद के घर पर हो सकती है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि नापजोख हुई है, जो अधिकारी नाप जोख करने आए थे उनका कहना था कि सड़क किनारे बने अब्दुल हमीद सहित काफी सारे मकान इस तरह अवैध बने हैं कि उनके कारण कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है, इन मकानों को गिराने की बात भी की जा रही थी। बता दें कि अब्दुल हमीद वही नामजद आरोपी है जिसके घर में रामगोपाल मिश्र की गोली मारकर हत्या की गई है।
50 मीटर के दायरे में जो भी अवैध निर्माण है उसको हटाने की तैयारी
लोकनिर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता प्रदीप कुमार ने बताया कि महसी की तरफ जाने वाला मुख्य मार्ग महाराजगंज कस्बे से निकला हुआ है। इस मार्ग का चौड़ीकरण कराया जाना है। ऐसे में 50 मीटर के दायरे में जो भी अवैध निर्माण है उसको हटाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके लिए नाप-जोख की प्रक्रिया काफी पहले की जा चुकी है। बताया कि जिन लोगों ने अवैध निर्माण कर रखा है उनको शुक्रवार को नोटिस जारी की गई है। इनके द्वारा यदि समय पर जवाब नहीं दिया जाएगा तो विभाग द्वारा आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मामले में लापरवाही पर CO रूपेंद्र गौड़ को शासन स्तर से किया गया निलंबित
महराजगंज हिंसा के दौरान जब बहराइच में प्रदेश के एडीजी लाइन ऑर्डर व एसटीएफी यूपी के चीफ अमिताभ एस पहुंचे थे तो उनको ड्यूटी के दौरान एक एएसपी लापरवाही करते मिले थे। पुलिस विभाग से जुड़े विश्वस सूत्र बताते है कि इन एएसपी के बारे में शासन को रिपोर्ट उच्चाधिकारियों ने भेजी है जिससे इन पर कार्रवाई हो सकती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जहां हिंसा हो रही थी वहां पर मामले को संभालने के बजाय एएसपी पुलिस फोर्स लेकर काफी दूर खड़े थे। इसके बाद एसटीएफ चीफ ने पहुंचकर वहां मामला संभाला था। बता दें कि इसी मामले में लापरवाही पर सीओ रूपेंद्र गौड़ को शासन स्तर से निलंबित किया जा चुका है।