खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
बिजनौर।TRIPAL MARDER को हत्यारों ने बेहद शातिर ढंग से अंजाम दिया। हत्यारे TRIPAL MARDER करके फरार हो गए और किसी को भनक तक नहीं लगी। बरामदे में जमीन पर ही लगे बिस्तर पर कबाड़ी मंसूर और उसकी पत्नी जुबैदा की पेचकस घोंपकर हत्या की। साथ ही कमरे में सो रहे उनके बेटे याकूब को भी मार डाला। मृतकों को एक दूसरे का बचाने का भी मौका नहीं मिला। इतना ही नहीं पड़ोसियों को भी इस हत्याकांड की भनक नहीं लग सकी।
किसी को भनक तक नही और हो गया TRIPAL MARDER
मंसूर के छोटे से घर का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद मिलने से अटकलें लगाई जा रही हैं कि आरोपियों ने अंदर घुसते ही दरवाजा बंद कर लिया था। इसके बाद दीवार फांदकर फरार हो गए। पुलिस को मौके पर आला कत्ल पेचकस के आलावा अन्य कोई साक्ष्य नहीं मिल सका। छत पर एक कैंची जरूर पड़ी मिली, जिस पर खून का कोई निशान नहीं था। उधर मृतक के घर के सामने किराए पर रहने वाली महिला ने बताया कि रात में कोई आवाज भी नहीं सुनाई दी।
घर में पड़ी मिलीं छह जोड़ी चप्पल
पुलिस जब सबूत जुटाने की कोशिश में लगी थी, तभी शहर कोतवाल उदयप्रताप की नजर चप्पलों पर पड़ी। घर में तीन लोग थे, जबकि मौके पर चप्पल छह जोड़ी मिली। एक जोड़ी चप्पल महिला वाली, जबकि पांच जोड़ी मर्दाना थीं। तीन जोड़ी चप्पल बरामदे के बाहर सलीके से निकाली हुई प्रतीत हो रही थीं।
बिरयानी खाकर सो गया था परिवार
मृतक याकूब की दादी हसीना ने रोते हुए बताया कि याकूब रात में नौ बजे उसके पास गया था। जोकि खूब सारी बिरयानी लेकर आया। इसके बाद याकूब बिरयानी लेकर घर चला गया। कबाड़ी, उसकी पत्नी और बेटे याकूब ने बिरयानी खाई और सो गए। हालांकि इससे पहले याकूब पड़ोस में चल रहे डीजे पर भी डांस करके आया था।
उधर मंसूर के घर में चूल्हे पर हंडिया जस की तस रखी थी। जबकि सोमवार को साग बनाने की तैयारी थी। जीने पर एक छबड़ी में बिना पका साग खुले आसमान के नीचे रखा हुआ था।
बहन के घर गया था पांचवां बेटा
मंसूर का पांचवां बेटा अपनी बहन की ससुराल नजीबाबाद गया था। अगर वह शनिवार की रात अपने घर पर होता तो शायद उसकी भी हत्या हो सकती थी। तसलीम के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज होने की बात सामने नहीं आई है।
17 दिन पहले हुआ था झगड़ा
कबाड़ी मंसूर के हिस्ट्रीशीटर बेटे जहूर का झगड़ा 23 अक्तूबर को फुरकान उर्फ पहिया निवासी मिर्दगान के साथ हुआ था। अब TRIPAL MARDER में फुरकान उर्फ पहिया, उसके बेटे और एक अन्य व्यक्ति शकील निवासी कांशीराम कॉलोनी को नामजद भी कराया गया है।