खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
गाजीपुर। जनपद के ढढ़नी-नगसर मार्ग स्थित माधोपुर गांव के पास बाइक से ससुराल जा रहे एक युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। आधार कार्ड से शिनाख्त जमानिया कोतवाली के बैरनपुर देवा निवासी जितेंद्र राम (33) के रूप में हुई। घटना की जानकारी परिजनों तक पहुंची तो कोहराम मच गया।
हास्पीटल पहुॅचने के पहले जा चुके थे प्राण पखेरू
प्रत्यक्षदर्शियो ने बताया कि जितेंद्र बाइक से ससुराल जा रहा था। माधोपुर गांव के पास पहिए के नीचे गिट्टी पड़ने से वह असंतुलित होकर गिर पड़ा। हादसे में उसके सिर में चोट लग गई। खून से लथपथ जितेंद्र बीच मार्ग पर दर्द से कराह रहा था। इसी दौरान राहगीरों की नजर उस पर पड़ी तो सूचना पुलिस को दी। थानाध्यक्ष बागिश बिक्रम सिंह मौके पर पहुंच गए और तत्काल उसे अस्पताल भिजवाया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
मृतक तीन भाईयों में सबसे बडा ‚सूरत से छुट्टी लेकर आया था होली मनाने
परिवार के लोग रोते- बिलखते अस्पताल पहुंच गए। पिता अमर नाथ ने जितेंद्र तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। वह बुधवार को ही सूरत से प्राइवेट नौकरी से छुट्टी लेकर होली मनाने गांव आया था।गांव से वह अपने ससुराल महना अपनी पत्नी लालसा को लेने बाइक से जा रहा था। हादसे के बाद से ही पत्नी लालसा देवी, मां मीना देवी सहित अन्य परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल था। जबकि गांव में मातम छाया था।
नही मानी माँ की बात‚कास मान लिया होता तो नही होता ………………….
सड़क हादसे में जितेंद्र की मौत से आसपास के लोगों में भी मातम छाया था। लोगों में चर्चा रही कि काश जितेंद्र ने अपनी मां की बात मान ली होती तो आज वह परिवार के साथ होता। दरअसल, जब जितेंद्र ससुराल के लिए निकल रहा था तो मां मीना देवी ने उसे मना किया था। कहा था कि आज थके हुए सूरत से आए हो, आराम कर लो। अगले दिन सुबह जाकर पत्नी को ले आना। लेकिन वह रात को ही बाइक से ससुराल के लिए चल पड़ा और हादसे का शिकार हो गया।