खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क
चकिया,चन्दौली। इमाम हुसैन की शहादत के अवसर पर मोहर्रम के पर्व पर चकिया नगर में ताजिया दारो ने भव्य जुलूस निकालकर मातम मनाया । सैकड़ों की संख्या में जुटे हुए ताजिया दार ने इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए प्रतीकात्मक रूप से ताजिया को कर्बला में दफन किया।
ताजिया दारो ने चकिया नगर में निकाला जुलूस
वही इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में जुटे हुए मुस्लिम बंधुओं ने लाठी डंडे का करतब दिखाकर तथा इमाम हुसैन की याद में मातम मना कर मोहर्रम के त्यौहार को मनाया । मोहर्रम का महीना इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना होता है।यह महीना शिया व सुन्नी मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है।मुस्लिम बंधुओ ने ताजिया जुलूस को हसन या हुसैन के नाम से गुंजयमान रहा।कर्बला में शहीद हुए इमाम हसन हुसैन की याद में ताजिया जुलूस निकाली गई।इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रही।मुस्लिम बंधुओ के हसन या हुसैन गूंजयमान रहा।
चकिया नगर में ग्राम सभा दिरेहू से ताजिया दार सर्वप्रथम ब्लॉक तिराहे पर पहुंचकर मातम मनाये तथा वही ग्रामसभा तिलौरी से भी सैकड़ों की संख्या में जुटे हुए महिला पुरुषों ने हुसैन की शहादत का गीत गाया व मातम मनाया। बता दें कि इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी और जगह -जगह रूट को डायवर्ट कर दिया गया था। गौरतलब है कि चकिया तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों से ताजिया सज धज कर कर्बला में दफन होने के लिए नगर के विभिन्न चैराहों से घूमते हुए जीआईसी चकिया के पास स्थित कब्रिस्तान में दफन होने के लिए पहुॅचते है। इस बार की खास बात यह रही कि आजादी के चल रहे अमृत महोत्सव के क्रम में ताजियेदारो ने भी राष्ट्रीय ध्वज को आगे कर मिशाल पेश की। वही गाॅंधी पार्क के पास अजय कुमार गुप्ता ने शरबत का स्टाल लगा ताजियेदारो को शरबत पिला कर पूण्य अर्जित किया।