ज्योतिर्विद पं अजय कृष्ण शंकर व्यास के अनुसार ,नूतन संवत्सर विक्रम संवत 2080 को ‘पिंगल’ नाम से जाना जाएगा. इस नववर्ष के राजा बुध होंगे और मंत्री की भूमिका में शुक्र ग्रह रहेगा. ज्योतिषियों के अनुसार, इस वर्ष राजा और मंत्री दोनों मिलकर हिंदू नववर्ष को उत्तम और मंगलकारी बनाने वाले हैं।
- 19 वर्षों के बाद बना दुर्लभ संयोग 13 माह का होगा साल
- इस वर्ष दो सावन होने से भोले की कृपा बरसेगी
ज्योतिर्विद पं अजय कृष्ण शंकर व्यास श्री मांतगी ज्योतिष केन्द्र मोबाइल नंबर 8871304861
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
उज्जैन। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नववर्ष विक्रम संवत का स्वागत किया जाता है. ऐसा कहते हैं कि ब्रह्मा जी ने इसी दिन संपूर्ण सृष्टि की की रचना की थी. इसलिए हर साल नव संवत का प्रारम्भ चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होता है. इस साल हिंदू नववर्ष ‘विक्रम संवत 2080’ की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है। बुधवार को गुड़ी पड़वा मां आदिशक्ति की भक्ति आराधना का महापर्व पर्व आंनद उत्साह से मनाया जाएगा। सनातन हिंदू धर्म संस्कृति वेदिक पंचांग सोर मास चंद्र मास चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा गुड़ी पड़वा विशिष्ट नये साल की शुरुआत का प्रतीक है। भारत के अलग-अलग हिस्सों में भिन्न-भिन्न नामों से जाना जाता है वसंतोत्सव प्रकृति के फलने-फूलने के साथ कटाई को दर्शाता है । घरों में लोकप्रिय विशेष व्यंजन बनाकर त्योहार मनाने की पंरपरा है आम और नीम के पत्ते द्वार पर बांधे जाते हैं महिलाएं घरों में सजावट रांगोली बनाती है। मान्यता है कि इस दिन ब्रह्मा जी ने ब्रह्माण्ड ओर समय का निर्माण किया था।
शुभ योग के साथ हिंदू नववर्ष की शुरुआत
हिंदू नववर्ष की शुरुआत दो बेहद शुभ योगों के साथ हो रही है. चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानी 22 मार्च 2023 को शुक्ल और ब्रह्म योग बन रहे हैं. शुक्ल योग 21 मार्च को देर रात 12 बजकर 42 मिनट से 22 मार्च को सुबह 09 बजकर 18 मिनट तक रहेगा. इस योग में किए गए कार्यों में निश्चित तौर पर सफलता मिलती है. वहीं ब्रह्म योग सुबह 9 बजकर 18 मिनट से लकर शाम 06 बजकर 16 मिनट तक रहेगा. ज्योतिषियों की मानें तो इस योग में विवाद,झगड़ा सुलझाना उत्तम फलदायी माना गया है।
सूर्य को अर्घ्य देकर करें नवसंवत्सर का स्वागत‚मां जगदंबा नोका पर सवार होकर सर्वसिद्धिदायक योग में आ रही जिससे बनेंगे सारे विगडे काम
मातंगी ज्योतिष केंद्र के ज्योतिर्विद पंडित अजय व्यास के अनुसार इस बार घटस्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः 6-29 से 7-39 तक हैं। चैत्र मास में मां जगदंबा नोका पर सवार होकर सर्वसिद्धिदायक योग में आ रही हैं जो विजय का प्रतीक है। संवत्सर 2080 का नाम नल, राजा बुध है और मंत्री शुक्र । जो मित्र ग्रह होने से व्यापार-व्यवसाय में सफलता का मार्ग प्रशस्त करेंगे साथ ही स्वास्थ्य शिक्षा लाभ और देश की प्रगति का कारक है ।
अप्रैल मई में चांडाल योग बनेगा गुरु राहु मेष राशि में स्वग्रही शनि की टेड़ी दृष्टि
अप्रैल मई में चांडाल योग बनेगा गुरु राहु मेष राशि में स्वग्रही शनि की टेड़ी दृष्टि से जल थल नभ एवं कुछ राज्य में गर्मी, आंधी, तूफान अधिक रह सकते हैं । इसके साथ ही भुंकप, विदेशों में आगजनी एवम युद्ध जैसे हालात बनेंगे।
राशि अनुसार करें मां की आराधना त्वरित मिलेगा लाभ
- मेष राशि – मां स्कंद माता।
- वृषभ राशि – मां महागौरी माता।
- मिथुन राशि – मां ब्रह्म चारिणी।
- कर्क राशि। – मां शैलपुत्री माता।
- सिंह राशि। – मां कुष्मांडा माता।
- कन्या राशि – मां ब्रह्मचारिणी।
- तुला राशि – मां महागौरी।
- वृश्चिक राशि – मां कुष्मांडा।
- धनु राशि – मां चंद्रघंटा।
- मकर राशि – मां कालरात्रि।
- कुंभ राशि – मां कालरात्रि।
- मीन राशि- मां चंद्रघंटा।