आमरण अनशन का पांचवा दिन, प्राथमिक जांच पड़ताल के लिए भी नहीं पहुंची मेडिकल टीम
अम्बुज मोदनवाल की रिर्पोट
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
शिकारगंत‚चन्दौली।,शिकारगंज क्षेत्र के विकास से जुड़े तमाम सवालों पर 17 जनवरी से ही चल रहा अनिश्चितकालीन धरना 27 मार्च को ही अनिश्चितकालीन आमरण अनशन में बदल गया भाकपा(माले)जिला स्थाई समिति सदस्य तथा चकिया ब्लॉक सचिव कामरेड बिजई राम अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गए।
27 मार्च आमरण अनशन की सूचना उप जिलाधिकारी चकिया को होने के बावजूद प्राथमिक जांच पड़ताल के लिए भी कोई मेडिकल टीम नहीं पहुंची जिससे आंदोलनकारियों में व्यापक आक्रोश पैदा है।
29 मार्च से 2 अप्रैल के बीच पूरे विधानसभा क्षेत्र में संवेदनहीन चकिया तहसील प्रशासन का पुतला
भाकपा(माले)जिला सचिव कामरेड अनिल पासवान के नेतृत्व में आमरण अनशन स्थल पर ही चकिया विधानसभा स्तरीय पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई जिसमें यह निर्णय लिया गया कि चकिया तहसील प्रशासन, गणवा आंदोलन में उठाए गई मांगों को हल नहीं करता है तो 29 मार्च से 2 अप्रैल के बीच पूरे विधानसभा क्षेत्र में संवेदनहीन चकिया तहसील प्रशासन का पुतला दहन किया जाएगा।
बैठक में भाकपा(माले)नौगढ़ ब्लॉक सचिव कामरेड पतालू गोंड, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (एपवा) जिला अध्यक्ष मुन्नी गोंड,अखिल भारतीय किसान महासभा राज्य काउंसिल सदस्य तथा भाकपा (माले)शहाबगंज ब्लॉक सचिव कामरेड चंद्रिका यादव,भाकपा(माले)जिला कमेटी सदस्य कामरेड धर्मपाल राम,
भाकपा(माले)जिला कमेटी सदस्य तथा चंदौली ब्लॉक प्रभारी कामरेड सूचित राम,इंकलाबी नौजवान सभा जिला सह सचिव कामरेड रमेश चौहान, विदेशी राम,गिरजा चौहान,देवकी चौहान,विष्णु बनवासी,कन्हैया राम,विक्रम चौहान सहित तमाम कार्यकर्ता शामिल रहे।