मुजफ्फरनगर के भोकरहेड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात रहे डा. राजीव रंजन को भी ड्यूटी से लगातार गैरहाजिर रहने पर बर्खास्त कर दिया गया है। डिप्टी सीएम ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में रोगियों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए डॉक्टरों की भर्ती का अभियान चल रहा है।
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
लखनऊ।बुधवार को मुजफ्फरनगर के एक चिकित्सक को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही ड्यूटी से लगातार गैरहाजिर चल रहे चिकित्सकों व कर्मचारियों पर गाज गिरने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है। । वहीं, लगातार गैरहाजिर रहने वाले कई अन्य चिकित्सकों को भी विभाग की ओर से नोटिस भेजा गया है। उनका कोई जवाब नहीं मिला। ऐसे डॉक्टर-कर्मचारियों को बर्खास्त कर खाली पदों को जल्द भरे जाने के निर्देश डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिए हैं।
डिप्टी सीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को गैर हाजिर चल रहे डाक्टरों की सूची तैयार करने के दिये निर्देश
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव व महानिदेशक को लगातार गैरहाजिर चल रहे डॉक्टर-कर्मचारियों की लिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस बीच मुजफ्फरनगर के भोकरहेड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात रहे डॉ. राजीव रंजन को भी ड्यूटी से लगातार गैरहाजिर रहने पर बर्खास्त कर दिया गया है। डिप्टी सीएम ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में रोगियों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए डॉक्टरों की भर्ती का अभियान चल रहा है। 2382 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है।
संविदा पर पुनर्नियुक्त के लिए भी चलाया जा रहा अभियान
संविदा पर पुनर्नियुक्त के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बांड के तहत विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती अस्पतालों में भी होगी, इससे मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सक से इलाज मिल सकेगा। यह तैनाती दो साल की होगी। बड़े अस्पतालों में मरीजों का दबाव कम होगा। डिप्टी सीएम ने कहा कि उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अस्पताल के बाहर से दवाएं लिखने वाले चिकित्सकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। आइए देखते है प्रदेश में क्या स्थिति है।
- 167 जिला पुरुष व महिला अस्पताल हैं।
- -873 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं।
- -2934 प्राथमिक स्वास्थ केंद्र हैं।
- 593 शहरी पीएचसी हैं।
- -18580 हेल्थ पोस्ट सेंटर हैं।
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