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खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

एजेंंशिया।  गोवा में बीते पांच सालों की बात करें तो करीब हर तीसरे दिन रेप या अपहरण का एक मामला दर्ज हुआ है। आंकड़े बताते हैं कि 2018 से 2022 तक राज्य में रेप के 339 मामले, अपहरण के 356 मामले, हत्या के 166 और चोरी के 2,688 मामले सामने आए हैं। सदन में यह पूछे जाने पर कि समाज के कमजोर वर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं? सीएम और गृह मंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि पुलिस मुख्यालय के ठीक बगल में महिला पुलिस स्टेशन काम करता है, जिससे महिलाएं और बच्चे शिकायतों के लिए बिना किसी हिचकिचाहट के वहां संपर्क कर सकें।

बीते पांच सालों में हैरान करने वाले आंकड़े

केस20182019202020212022
हत्या2933342644
हत्या का प्रयास2834253019
रेप6173607174
चोरी503515395566543
अपहरण10570445384

सीएम सावंत ने किया 1091 महिला हेल्पलाइन का जिक्र

सीएम प्रमोद सावंत ने कहा, ‘मानव तस्करी विरोधी और महिला एवं बाल संरक्षण इकाई विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों से संबंधित मामलों से निपटने के लिए पुलिस मुख्यालय, दक्षिण, मडगांव के परिसर में कार्य करती है। सीएम ने कहा कि महिलाओं की शिकायतें निपटाने के लिए विशेष रूप से पुलिस स्टेशनों में एक महिला हेल्प डेस्क शुरू की गई है। सुरक्षा तुरंत सुनिश्चित करने के लिए महिला एवं बाल संरक्षण इकाई के सहयोग से पुलिस कंट्रोल रूम में एक टोल-फ्री महिला हेल्पलाइन (1091) और व्हाट्सएप हेल्पलाइन (7875756177) 24×7 चालू हैं।

सेल्फ डिफेन्स ट्रेनिंग भी दी जा रही

गोवा के सीएम ने कहा कि लड़कियों को आत्मरक्षा के लिए गोवा पुलिस द्वारा विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पीसीआर वैन, मोटरसाइकिल और पैदल गश्त के जरिए दिन-रात की पुलिस गश्त तेज कर दी गई है। बढ़ती अपराध दर पर काबू पाने के लिए, सावंत ने कहा, ‘जब भी कोई संज्ञेय शिकायत प्राप्त होती है, तो उचित कानून की धारा के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

हर दिन 80 मर्डर, हर घंटे 3 रेप… कितना हुआ देश में क्राइम?

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने 2021 में हुए अपराधों पर रिपोर्ट जारी कर दी है. इसके मुताबिक, पिछले साल देशभर के पुलिस थानों में 60 लाख से ज्यादा… आपराधिक केस दर्ज हुए थे. महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4.28 लाख से ज्यादा मामले दर्ज हुएथे. रिपोर्ट में बताया गया है कि रेप के 31,677 मामले दर्ज हुए थे.आजादी के एक साल बाद 1948 में देश के पुलिस थानों में 6 लाख के आसपास आपराधिक केस दर्ज हुए थे. आजादी के 75 साल बाद 2021 में 60 लाख से ज्यादा मामले दर्ज हुए।

रेप की घटनाओं पर पीएम मोदी का पहले ही कड़ा बयान आ चुका है उन्होने,कहा था – बेटियों से बुरा बर्ताव करने वालों को फांसी पर लटकाएंगे लेकिन क्या यह बयान भी रोक पाया रेप केश को?

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