पत्नी आधी तहरीर लिख ही पाई थी कि पति की हत्या की सूचना मिल गई। वह अधूरा प्रार्थनापत्र वहीं कोतवाली में छोड़कर चली आई। फिर पुलिस ने प्रार्थनापत्र किससे लिखवाया और किस आधार पर रिपोर्ट दर्ज की गईǃ
परिजनों ने पुलिस पर लगाए गम्भीर आरोप‚पीटकर जान ले ली और पुलिस को रही तहरीर की दरकार‚फरियाद भी नही आई काम
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
उन्नाव। जिले के शुक्लागंज गोताखोर मोहल्ले में हुई विनोद कश्यप की हत्या के मामले में परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक विनोद के भाई और पत्नी ने कहा कि आरोप जब पति विनोद को बंधक बनाकर पीट रहे थे, तब वो लोग कोतवाली पहुंचे थे। विनोद की जान की गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस वालों ने तहरीर मिलने के बाद कार्रवाई की बात कही। वो लोग आधी तहरीर ही लिख पाए थे कि इसी बीच मौत की सूचना आ गई।
विनोद की पत्नी प्रतिमा उर्फ प्रीती कश्यप ने बताया कि जिस समय उनके पति विनोद को बंधक बनाकर पीटा जा रहा था, वह कोतवाली गईं थी। वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने मदद न कर महिला हेल्प डेस्क को समस्या बताने को कहा। महिला हेल्प डेस्क पहुंची तो तहरीर लिखकर लाने के बाद ही कार्रवाई करने की बात कही।
हत्याराेपी पुलिस की फाइल में हिस्ट्रीशीटर घोषित
विनोद का हत्यारोपी काले खां मूल रूप से कन्नौज के कमालगंज का रहने वाला है। आठ साल से वह शुक्लागंज के गोताखोर मोहल्ले में परिवार के साथ रह रहा है। पुलिस ने उसे हिस्ट्रीशीटर घोषित कर रखा है। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि काले खां पर कन्नौज में भी कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है।
हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें लगाई गई पाँच टीमे – एस पी
पुलिस से बचने के लिए ही वह आठ साल पहले कन्नौज से भागकर यहां आया था। एएसपी अखिलेश सिंह ने बताया कि हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें लगाई गई हैं। सीओ सफीपुर के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस, एसओजी सर्विलांस, फॉरेंसिक टीमें लगाई गई है। एक टीम कन्नौज भी भेजी गई है, जो वहां उसका आपराधिक इतिहास की भी जांच और आरोपी की तलाश करेगी। इसके साथ ही शुक्लागंज, उन्नाव और कानपुर सहित अन्य संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही है।
पैर छुकर भाई की जान बचाने की लगाता रहा गुहार ,लेकिन पुलिस नहीं पसीजी
मारपीट में घायल छोटे भाई दुर्गाशंकर उर्फ बउवा ने बताया कि पीटने के बाद हमलावरों ने भाई को बंधक बना लिया। हमलावरों के हाथ में चाकू, तमंचा और ईंट पत्थर थे। वह किसी तरह भाग कर गंगाघाट कोतवाली पहुंचा और घटना की जानकारी दी तो वहां मौजूद दरोगा ने प्रार्थनापत्र लिखवाकर लाने को कहा। भाई के मुताबिक उसने दरोगा के पैर भी छुए और मौके पर चलकर भाई की जान बचाने की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस नहीं पसीजी।
बहन बोली, भारी पड़ गया श्रीराम का जयकारा‚ और दरिंदों ने ले ली भाई की जान
विनोद कश्यप की बहन भावना ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के जश्न की तैयारी और जय श्रीराम का नारा लगाना भाई को महंगा पड़ गया और भाई की जान चली गई। भाभी विधवा हो गई और तीन बच्चों के पिता का साया छिन गया। अब परिवार का क्या होगा। बहन ने कहा कि जरा सी बात पर हिस्ट्रीशीटर काले खां और उसके गुर्गे तलवार, तमंचा, डंडा और ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया।
विनोद ई-रिक्शा चार्जिंग कर पाल रहा था परिवार‚ बेटे की हत्या की खबर पाकर बेहोश हुआ पिता
विनोद कश्यप ई-रिक्शा चार्जिंग का काम कर परिवार का पालन पोषण करता था। वह चार भाईयों में सबसे बड़ा था। पिता रामकृपाल कश्यप विकास भवन के डीआरडीए में चतुर्थश्रेणी कर्मचारी हैं। पिता अपने बड़े बेटे के साथ मिलकर परिवार चला रहा था। रविवार को छुट्टी होने से पिता भी घर पर थे। बेटे की हत्या की खबर जैसे ही उसे मिली वह बेहोश होकर फर्श पर गिर गए।
परिजनों से भी की मारपीट, फायरिंग से भगदड़
विनोद की बहन भावना कश्यप ने बताया हत्यारोपी काले खां ने भाई विनोद को कमरे में बंद कर रखा था। उसके सिर के लगातार खून बह रहा था। जब हम सभी वहां पहुंचे तो करीब 35 से 40 लोग मौजूद थे। हम लोगों को देख उसने फायरिंग शुरू कर दी और पत्थर चलाने शुरू कर दिए। बहन के मुताबिक मारपीट में परिवार के अन्य सदस्यों को भी चोटें आई हैं।
पीड़ित परिवार से मिले सदर विधायक
रविवार को किसान नेता की हत्या की जानकारी पर सदर विधायक पंकज गुप्ता पीडि़त परिवार से मिलने पहुंचे। सदर विधायक ने पीडि़त परिवार को हर संभव मदद व आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने पुलिस से हत्यारोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।