सलील पांडेय
- कहीं हवाई यात्रा करती है तो कहीं पाताललोक में और कहीं धरती पर दिखती है
- अधीक्षण अभियंता एस एन पांडेय के स्थानांतरण पर सम्मान कार्यक्रम हुआ आयोजित
- सम्मान में हर कोई एक दूसरे को सम्मान देते दिखाई पड़े
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
मिर्जापुर। बाण सागर परियोजना के अधीक्षण अभियंता श्री एस एन पांडेय के कनहर बांध परियोजना, पिपरी (सोनभद्र) में उसी पद पर स्थानान्तरण के एवज में आयोजित सम्मान समारोह ‘सम्मान का महासंगम’ बनते दिखाई पड़ा । प्रयागराज में तो तीन नदियों का संगम होता है लेकिन सिंचाई विभाग की दो परियोजना के लिए यहां तीन और तीन सम्मान की धारा यानि 6 धाराएं प्रवाहित होते दिखाई पड़ी। हर कोई एक दूसरे का सम्मान करने के लिए उफनती नदियों की तरह दौड़ रहा था।
मंचस्थ सम्मानित अतिथि
गत दिवस की शाम आयोजित कार्यक्रम में तीन धारा प्रयागराज से प्रवाहित होते आई। इन धाराओं के संवाहक बाणसागर परियोजना के मुख्य अभियंता श्री विजय कुमार, उनके स्टॉफ ऑफिसर श्री राम आशीष चौरसिया, खण्ड-1 के अधिशासी अभियंता श्री सुरेश कुमार तो आगरा की धारा के संवाहक यूपीपीसीएल के अधीक्षण अभियंता श्री सुरेश कुमार यादव तथा विन्ध्य परिक्षेत्र में सर्वाधिक लंबी उत्तर-वाहिनी मां गङ्गा के तट पर सेवारत सम्मानित हो रहे खुद श्री एस एन पांडेय सपत्नीक, मण्डल-1 के अधीक्षण अभियन्ता श्री ओमप्रकाश मौर्य एवं मण्डल-2 के अधीक्षण अभियंता श्री विजय कुमार कुशवाहा सपत्नीक शामिल थे।
सम्मान की बरसात : यश का हो रहा था आदान- प्रदान
मंच पर सिर्फ स्थानान्तरित अधीक्षण अभियंता श्री पांडेय ही नहीं बल्कि सभी एक दूसरे को भरपूर माला पहनाकर आह्लादित हो रहे थे। मुख्य अभियंता श्री विजय कुमार जो दशक पूर्व इसी परियोजना में सहायक अभियंता थे, वे खुद परियोजना की सफलता के लिए श्री पांडेय को श्रेय दे रहे थे तो श्री पांडेय इसका श्रेय मुख्य अभियंता श्री विजय कुमार के साथ अपने अधीनस्थ रहे लेकिन अब प्रोन्नत होकर अधीक्षण अभियंता बन गए श्री सुरेश यादव को यश प्रदान कर रहे थे।
रजत अक्षरों से अंकित सम्मान पत्र मिला सुरेश कुमार यादव को
सम्मान के क्रम में जहां मंचस्थ सभी अतिथियों को अंग-वस्त्र प्रदान किए गए और मुख्य सम्मानित अतिथि श्री पांडेय की रुचि के अनुकूल श्रीरामदरबार, श्री हनुमान जी, देवाधिदेव महादेव, विन्ध्य क्षेत्र की तीनों देवियों की धातु से लेकर आधुनिकतम डिजिटल प्रतिमाएं भेंट की गईं। श्री पांडेय ने रजत (चांदी) अक्षरों से अंकित सम्मान पत्र सुरेश यादव को प्रदान किया, जिसे देखने के लिए सभी सम्मान पत्र अपने हाथों में ले रहे थे।
बाणसागर परियोजना त्रिपथगामिनी है
सभी मंचस्थ अतिथियों ने परियोजना में आई कठिनाइयों एवं उसके निराकरण के अभियान को भगीरथ प्रयास कहा तो मण्डल-2 के अधीक्षण अभियंता श्री कुशवाहा ने परियोजना के त्रिपथगामिनी स्वरुप का जिक्र किया। उन्होंने चित्र खींचा कि यह परियोजना आकाश, पाताल और धरती पर विचरण कर रही है। जिसमें हवाई यात्रा एक्वाडक्ट है तो पातालगामी के रूप में टनल से पानी गुजरता है एवं पहाड़ों को चीरते हुए ऊपर ही ऊपर धरती पर भी पानी बहते दिखाई देता है।
इस अवसर पर खण्ड-5 के अधिशासी अभियंता श्री अशोक कुमार यादव एवं खंड-7 के अधिशासी अभियंता श्री सत्यम कुमार गुप्ता एवं सलिल पांडेय ने भी विचार व्यक्त किए।
सम्मान की कमान एक छोर से जेई मुसाफ़िर सिंह यादव एवं दूसरी ओर से वरिष्ठ सहायक संजय कुमार यादव सम्हाल रहे थे। संचालन कर्मचारी नेता सुरेंद्र कुमार तिवारी ने किया।