PM मोदी ने तीसरी बार वाराणसी से भरा नामांकन
वाराणसी से नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यहां से लगातार तीसरी बार नामांकन कर बेहद उत्साहित हूं। उन्होंने कहा कि जनता-जनार्दन के कल्याण में जुटा रहूंगा।
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन करोड़ दो लाख छह हजार 889 रुपये की चल संपत्ति के मालिक हैं। उनके हाथ में 52,920 रुपये हैं। बीते पांच साल में प्रधानमंत्री ने 84,40,870 रुपये का इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किया है। प्रधानमंत्री ने न कोई लोन ले रखा है और न उन पर किसी का बकाया है। उनके खिलाफ एक भी आपराधिक मुकदमा नहीं है।
प्रधानमंत्री की आय का जरिया पीएमओ से मिलने वाला वेतन और बैंक से मिलने वाला ब्याज
अहमदाबाद के सोमेश्वर टेनमेंट्स, रानीप के मूल निवासी 73 वर्षीय प्रधानमंत्री मोदी ने 1983 में गुजरात यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ आर्ट्स की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। प्रधानमंत्री की आय का जरिया पीएमओ से मिलने वाला वेतन और बैंक से मिलने वाला ब्याज है। एसबीआई के गांधीनगर स्थित शाखा में उनके खाते में 73,304 रुपये और वाराणसी स्थित खाते में 7000 रुपये हैं।
न आवासीय जमीन न मकान न ही कोई वाहन है पी एम के पास
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में उनके नाम से दो करोड़ 85 लाख 60 हजार 338 रुपये की एफडी है। प्रधानमंत्री के पास 9,12,398 रुपये का नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट है। इसके अलावा उनके पास 45 ग्राम सोने की चार अंगूठी है, जिनकी कीमत 2,67,750 रुपये है। वर्ष 2023-24 में टीडीएस रिटर्न से 3,33,179 रुपये मिले। प्रधानमंत्री के पास कृषि योग्य या आवासीय जमीन नहीं है। उनके पास अपना रिहायशी मकान नहीं है और एक भी निजी वाहन नहीं है।
नामांकन से पहले भावुक हुए पीएम मोदी, ‘मेरी मां के निधन के बाद गंगा ही मेरी मां..
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मां गंगा ने उन्हें अपनाया था और काशी के लोगों के प्यार और स्नेह ने उन्हें “बनारसियन” बना दिया था। वाराणसी से तीसरी बार नामांकन दाखिल करने से पहले Iपत्रकारो के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, पीएम मोदी काशी के साथ अपने बंधन को याद करते हुए भावुक हो गए।
पीएम मोदी ने कहा, “मां गंगा ने मुझे बुलाया है। मैं हर काम भगवान की पूजा समझकर करता हूं… लोगों का प्यार देखकर मुझे लगता है कि मेरी जिम्मेदारियां हर दिन बढ़ती जा रही हैं।” काशी में नामांकन से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, मेरी मां के निधन के बाद गंगा ही मेरी मां है. मां गंगा ने मुझे गोद लिया है।
‘काशी मेरे लिए एक शब्द नहीं है, काशी अपने आप में शिव का रूप– मोदी
काशी के बारे में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ‘काशी मेरे लिए एक शब्द नहीं है, काशी अपने आप में शिव का रूप है। पहले जब मैं यहां आया था तो एक भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में, उम्मीदवार के रूप में, जनप्रतिनिधि के रूप में आया था। संयोग था शायद, परमात्मा ने तय किया होगा कि मुझे यहां पर भेजा। मुझे एक विशेषता दिखती है कि काशी अविनाशी है। सदियों से काशी में मानव जीवन रहा है और ये भी संयोग ही है कि मेरा जन्म जहां हुआ वड़नगर में, आर्कियोलॉजी वालों ने खोजकर निकाला है कि मेरा गांव भी अविनाशी है। करीब 3000 सालों से वहां मानव जीवन रहा है।
मेरा जन्म जहां हुआ वड़नगर में काशी में मेरा जीवन
मेरा वहां जन्म होना और यहां मेरा जीवन होना दोनों का कोई नाता रहा होगा। इस नाते ने मुझे काशी के साथ बहुत इमोशनली जोड़ दिया है। मैं जब आया था जब मैंने कहा था कि मुझे किसी ने भेजा नहीं बल्कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है, लेकिन 10 सालों का मेरा नाता दिनों-दिन बढ़ता गया। ऐसा लगता है कि मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है। शिव जी का मुझ पर आशीर्वाद है।’
X पर पोस्ट किया “काशी के मेरे परिजनों का हृदय से आभार!
नामांकन दाखिल करने के बाद ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा, “काशी के मेरे परिजनों का हृदय से आभार! वाराणसी से लगातार तीसरी बार नामांकन कर बेहद उत्साहित हूं।” उन्होंने कहा. “बीते 10 वर्षों में आप सबसे जो अद्भुत स्नेह और आशीर्वाद मिला है, उसने मुझे निरंतर सेवाभाव और पूरे संकल्प के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया है। आपके भरपूर समर्थन और सहभागिता से मैं अपने तीसरे टर्म में भी नई ऊर्जा-शक्ति के साथ यहां के चौतरफा विकास और जनता-जनार्दन के कल्याण में जुटा रहूंगा। जय बाबा विश्वनाथ!”