आकाशीय बिजली का चंदौली में कहर, अलग-अलग हादसों में आधा दर्जन की दर्दनाक मौत, 15 झुलसे
- यूपी में बाढ़ ने अब तक 15 लोगों की जान ले ली है। लखीमपुर खीरी में सबसे ज्यादा चार लोगों की जान गई।
- प्रदेश में बुधवार को बिजली गिरने से 44 लोगों की मौत हो गई।
- प्रतापगढ़, चंदौली, कौशांबी में आकाशीय बिजली का कहर… 17 लोगों की मौत 2 घायल
जिले में बुधवार की शाम हुई बारिश के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से पांच लोगों की मौत हो गयी. वहीं 15 से ज्यादा लोगों के गंभीर रूप से झुलस गए है. इससे जहां मृतक परिवारों में हाहाकार मचा हुआ है. वहीं घायलों का अलग- अलग अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती कराया.
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चंदौली। जिले में बुधवार की शाम हुई बारिश के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से पांच लोगों की मौत हो गयी. वहीं 15 से ज्यादा लोगों के गंभीर रूप से झुलस गए है. इससे जहां मृतक परिवारों में हाहाकार मचा हुआ है. वहीं घायलों का अलग- अलग अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती कराया. दैवीय आपदा के बाद जिला प्रशासन व पुलिस भी हरकत में नजर आया. शवों को स्थानीय पुलिस द्वारा पंचनामा कर जिला अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस लाया गया, जहां रात के वक्त ही शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
आकाशीय विजली ने जिले में पाँच को लीला
दरअसल बुधवार की शाम बारिश के दौरान मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के भिसौड़ी गांव में मोती यादव 50 वर्ष सिवान में भैंस चरा रहे थे, तभी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से उनकी मौत हो गयी. वहीं कुण्डा कला निवासी पुल्लू 42 वर्ष मछली मारते समय आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए. इसके अलावा कुण्डा कला गांव में ही मछली मार रहे 55 वर्षीय रूपलाल आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए और गंगा नदी में जा गिरे. जिनकी खोजबीन पुलिस द्वारा की जा रही है।
2 चचेरे भाइयों की मौत, अलीनगर थाना क्षेत्र में गिरी बिजली
इसके अलावा अलीनगर थाना क्षेत्र के बरईपुर निवासी दो चचेरे भाई अंकित यादव 15 वर्ष व चिंटू यादव 13 वर्ष भैंस चराते समय आकाशीय बिजली की जद में आ गए, जिससे उनकी मौत हो गयी. वहीं कंदवा थाना क्षेत्र के कोदई गांव निवासी मुनीब बिंद 55 वर्ष खेत की मेढ़ बांधते समय आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी.
आकाशीय बिजली की चपेट में आने से चंदौली जिले के अलग-अलग इलाकों में पाँच लोगों की मौत हो गई है. मुगलसराय थाना क्षेत्र के भिसौड़ी और कुंडा कला गांव में एकएक शख्स की, अलीनगर थाना क्षेत्र के बरूईपुर गांव में भैंस चराते वक्त दो लोगों की मौत हो गई है. चंदौली के एडीएम अभय कुमार पांडे ने मौतों की पुष्टि की है
प्रदेश में बीते 24 घंटों में 16 लोगों की दर्दनाक मौत
प्रदेश के राहत आयुक्त जी. एस. नवीन कुमार ने बुधवार को बताया कि प्रदेश के कुल 12 जिले पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती, बलरामपुर, कुशीनगर, बस्ती, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सीतापुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर और बलिया के 633 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 16 लोगों की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि इसके अलावा बाढ़ के पानी में डूबने से दो तथा सर्पदंश से एक व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है.
शारदा, राप्ती, घाघरा, बूढ़ी राप्ती एवं क्वानो नदियां खतरे के निशान से ऊपर
राहत आयुक्त ने बताया कि प्रदेश में शारदा, राप्ती, घाघरा, बूढ़ी राप्ती एवं क्वानो नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 718 बाढ़ शरणालय, 923-बाढ़ चौकियां और 501 मेडिकल टीम गठित और स्थापित की गई हैं. प्रभावित जनपदों में राहत एवं बचाव के लिए एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) और पीएसी (प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी) की तीन-तीन और एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) की एक टीम तैनात है.
बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के चलते बाढ़ से हालत बिगड़ें
उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के चलते बाढ़ से हालत बिगड़ गए हैं। बाढ़ से सबसे ज्यादा बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बदायूं, बहराइच, श्रावस्ती, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, आयोध्या, गोंडा और बलरामपुर प्रभावित हैं। इन्हीं जिलों में बुधवार को बाढ़ के चलते 15 लोगाें की मौत हो गई। लखीमपुर खीरी में सबसे ज्यादा चार लोगों की जान गई। वहीं बहराइच में तीन, सीतापुर, पीलीभीत बदायूं और श्रावस्ती में एक-एक जबकि बरेली व बलरामपुर में दो-दो लोगों की डूबने से मौत हो गई।
अवध में बारिश थमने से भले ही बाढ़ प्रभावित श्रावस्ती व बहराइच में बुधवार को कुछ राहत मिली, लेकिन गोंडा व बलरामपुर में संकट बरकरार रहा। अयोध्या, अंबेडकरनगर व बाराबंकी के भी कुछ क्षेत्रों में बाढ़ से हालात बन गए हैं। सुबह शारदा, गिरिजा व सरयू बैराज से 3.6 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बहराइच में सरयू नदी खतरे के निशान से 49 सेंटीमीटर ऊपर बहने लगी। यहां के करीब 24 गांवों में पानी भरा हुआ है।
लखीमपुर खीरी में डेढ़ सौ गांव बाढ़ की चपेट में ‚विद्युत आपूर्ति का संकट
लखीमपुर खीरी में डेढ़ सौ गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में विद्युत आपूर्ति का संकट खड़ा हो गया है। वहीं लोग छतों पर आसरा लिए हुए हैं, वे खाने को भी तरस रहे हैं। हालांकि प्रशासन बाढ़ पीड़ितों की हरसंभव मदद का दावा कर रहा है। पीलीभीत शहर के बाद मंगलवार देर शाम को यहां के बीसलपुर कस्बे के पांच मोहल्लों और 60 गांवों में भी देवहा नदी का पानी घुस गया। हालांकि शहर में कुछ राहत रही। शाहजहांपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं गर्रा और खन्नौत नदियों का पानी बुधवार को शहर में घुस गया। यह शहर इन्हीं दो नदियों के बीच में बसा है। मंगलवार रात अचानक जलस्तर में वृद्धि हुई। इससे अक्षरधाम कॉलोनी में पानी घुस गया। रात में यहां के 25 परिवारों को किसी तरह से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। इन जगहों के लोगों को बाहर निकालने के लिए सेना की स्थानीय मद्रास रेजिमेंट की मदद लेनी पड़ी।
बिजली गिरने से 44 की मौत
वहीं, प्रदेश में बुधवार को बिजली गिरने से 44 लोगों की मौत हो गई। इसमें सबसे ज्यादा 12 लोगों की प्रयागराज मंडल में जान चली गई। इसके अलावा कानपुर और बुंदेलखंड में 6, वाराणसी मंडल में 9, मैनपुर में 5 जबकि देवरिया और सिद्धार्थनगर में एक-एक व्यक्ति की बिजली गिरने से मौत हो गई। वहीं अवध क्षेत्र में भी 10 लोगों की मौत हो गई। इनमें सुल्तानपुर में छह, अमेठी में तीन व रायबरेली में एक किसान की मौत हो गई। यहां तीन छात्राएं झुलसी भी हैं
सीएम ने पीलीभीत-खीरी का हवाई दौरा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बांटी राहत सामग्री
बाढ़ से जूझ रहे लोगों का हाल जानने के लिए सीएम योगी ने बुधवार को पीलीभीत और लखीमपुर खीरी का हवाई दौरा किया। साथ ही दोनों जिलों में लोगों के बीच पहुंचकर राहत सामग्री बांटी। उन्होंने भरोसा दिया कि बाढ़ पीड़ितों की हरसंभव मदद की जाएगी। बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा दिया जाएगा और जान गंवाने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये दिए जाएंगे।
आपदा में सरकार आपके साथ खड़ी – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
पीलीभीत के ट्रांस शारदा क्षेत्र के चंदिया हजारा गांव पहुंचे मुख्यमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के लिए अफसरों को निर्देश दिए। उन्होंने शहर के साथ ही बीसलपुर इलाके का भी हवाई दौरा किया। पूरनपुर के रूदपुर गांव में भी उन्होंने प्रभावितों से मुलाकात की। पीलीभीत से वह लखीमपुर खीरी पहुंचे। वहां बाढ़ क्षेत्रों का हवाई दौरा किया और स्टीमर से महदेवा गांव पहुंचकर ग्रामीणों से बात की। शारदा नगर कॉलोनी पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा में सरकार आपके साथ खड़ी है।