इस हादसे के बाद रेस्क्यू का काम जारी है, जो मकान गिरा है उसके मालिक का नाम नफ्फो अलाउद्दीन है और इस मकान के नीचे डेयरी चल रही थी जिससे भारी संख्या में पशुओं के भी दबने की सम्भावना ब्यक्त
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
मेरठ ;एजेंशिया‘। मेरठ स्थित लोहिया नगर थाना क्षेत्र के जाकिर कॉलोनी गली नंबर सात में एक 50 साल पुराना तीन मंजिला मकान गिर गया है। बारिश के कारण एक जर्जर मकान ढह गया है। मकान गिरने के कारण पूरा परिवार अंदर मलबे में दबा हुआ है। मकान में आठ से ज्यादा लोगों के दबे होने की सूचना है। मौके पर स्थानीय पुलिस और बचाव टीमें पहुंची है। मौके पर एसएसपी विपिन ताडा भी पहुंचे हैं।डेढ़ घंटे बाद तीन लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकल गया है और सभी को अस्पताल पहुंचाया।
मकान में नफो के दो बेटे साजिद और गोविंदा अपने पत्नी, बच्चों के साथ पूरा ही परिवार मलबे में दबा
जानकारी के मुताबिक मकान 50 साल की बुजुर्ग महिला नफो का है। मकान में नफो के दो बेटे साजिद और गोविंदा अपने पत्नी, बच्चों के साथ रहते हैं। पूरा ही परिवार मलबे में दबा है। इसी मकान में परिवार डेयरी कारोबार चलाता है। नीचे की मंजिल में भैंसे बंधी रहती हैं जहां डेयरी चलती है। अचानक मकान गिरने से भैंसे भी मलबे में दबी हुई हैं।
सूचना पर मौके पर फायर सर्विस की टीम मौके पहुंची है और रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। वहीं शहर का पुराना इलाका और घनी आबादी का क्षेत्र होने के कारण जेसीबी अंदर नहीं जा पा रही है। इसके कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है। उधर एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है रेस्क्यू कर मालवा हटाया जा रहा है।
सीएम योगी ने बचाव कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देशमुख्यमंत्री ने मेरठ में हुए हादसे का संज्ञान लिया, मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत-बचाव की टीमें मौके पर रवाना हो गई हैं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर रेस्क्यू कार्य में तेजी लाने के लिए और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं.
इस हादसे पर मेरठ संभाग की कमिश्नर सेल्वा कुमारी ने कहा, “ज़ाकिर कॉलोनी में एक इमारत गिर गई है. इसके नीचे 8-10 लोग फंसे हुए हैं. बचाव अभियान जारी है. पुलिस और दमकल अधिकारी बचाव अभियान चला रहे हैं, सेना, NDRF, SDRF को सूचित कर दिया गया है.” इसके साथ ही एडीजी डीके ठाकुर ने कहा कि 8 लोगों के दबे होने की आशंका है. अमरोहा और सहारनपुर से एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई हैं, मुख्यमंत्री खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार रेस्क्यू का काम जारी है।