घूस व दुष्कर्म के भी हैं आरोपी‚आधा दर्जन जेल भी भेजे गये
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। योगी सरकार की भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टालरेंस की नीति के दौर में भी खाकी के दामन पर भ्रष्टाचार के छींटे पड़े। पिछले एक साल में वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में दरोगा से लेकर सिपाहियों तक पर भ्रष्टाचार के आरोप में कार्रवाई हुई। दरोगाओं पर दुष्कर्म, डकैती और गैंगस्टर एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजना पड़ा।
कहीं न कहीं जनता का भरोसा डिगा है। कमिश्नरेट में एक जनवरी से अब तक इस वर्ष 52 पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं। छह पुलिसकर्मी जेल भेजे गए और पांच बर्खास्त किए गए हैं। पुलिस अफसरों के लिए चिंताजनक बात यह है कि जेल जाने वाले तीन में से दो दरोगा 2019 बैच के हैं। साथ ही, निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में भी चार दरोगा 2019 बैच के ।
अभिषेक वर्मा को एक लाख रुपये घूस लेते हुए एंटी करप्शन की टीम ने पकड़ा
जेल भेजे गए 2019 बैच के एक दरोगा पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई हुई है। जबकि, 2019 बैच के ही एक अन्य दरोगा पर गोरखपुर में दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप में मुकदमा दर्ज है। कमिश्नरेट में 2019 के बैच के दरोगा पहली बार मई 2023 में सुर्खियों में आए। 11 मई 2023 को जंसा थाने में तैनात दरोगा अभिषेक वर्मा को एक लाख रुपये घूस लेते हुए एंटी करप्शन की टीम ने पकड़ा था।
डकैती के आरोपी भी दरोगा रहे 2019 बैच के
इसके बाद 29 मई 2023 को भेलूपुर थाने की आदि शंकराचार्य कॉलोनी स्थित गुजरात की एक फर्म के दफ्तर में एक करोड़ 40 लाख रुपये की डकैती पड़ी। डकैती के आरोपी सात पुलिसकर्मियों में दो दरोगा उत्कर्ष चतुर्वेदी और महेश कुमार 2019 बैच के दरोगा हैं।
देखें खबर में पूरे कौन – कौन है मामले………………
24 जुलाई 2024 को 2019 बैच के दरोगा और तत्कालीन नदेसर चौकी इंचार्ज सूर्य प्रकाश पांडेय को 42.50 लाख रुपये की डकैती के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इसके बाद सूर्य प्रकाश पांडेय के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद 31 जुलाई 2024 को मृतक आश्रित कोटे की 2019 बैच की दरोगा अनोभा तिवारी को 10 रुपये घूस लेते हुए एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया।
कोई गलत करेगा या अपराध में लिप्त मिलेगा तो उस पर कार्रवाई तो की ही जाएगी। – पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल,