जिला मुख्यालय चन्दौली से तहसील मुख्यालय नौगढ़ तक नही चलती है परिवहन निगम की कोई भी बस

बृजेश केशरी की विशेष रिर्पोट

खबरी नेशनल न्यूज नेटवर्क
नौगढ,चन्दौली।
.शासन प्रशासन का इस ओर कोई भी ध्यान नहीं होने से डग्गामार वाहनों के जरीए जान हथेली पर लेकर के यात्रा करना शायद वनांचल ,पर्वतीय क्षेत्र वासियों की नीयति मे ही शामिल है।
इस बारे में बताया जाता है कि जनपद चन्दौली का सृजन हुए 25 वर्ष तथा तहसील नौगढ का संचालन के 5 वर्ष से अधिक का समय ब्यतीत हो जाने के बाद भी जिला मुख्यालय से तहसील मुख्यालय तक उ.प्र.राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों का संचालन नहीं किया गया।


जिससे 35 वर्ग किलोमीटर फैलाव वाले तहसील नौगढ़ के सूदूरवर्ती गांव के रहनुमाओं को जिलास्तरीय कार्यों के निष्पादन के लिए घर से चन्दौली तक का आवागमन करने में 4 दिनो तक का भी समय लग जाता है।वहीं अन्य गांवों के लोगों को अलसुबह से देर शाम तक मे अधिकांशतः समय यात्रा मे ही जाया करके आर्थिक शारीरिक व समय का काफी अपव्यय करना पड़ता है।
नौगढ से चन्दौली की दूरी करीब 65 किलोमीटर जहां पर पहुंचने मे 4 घंटे से अधिक तक का समय लग जाता है।

चन्दौली का सृजन हुए 25 वर्ष तथा तहसील नौगढ का संचालन के 5 वर्ष से अधिक का समय ब्यतीत हो जाने के बाद भी जिला मुख्यालय से तहसील मुख्यालय तक उ.प्र.राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों का संचालन नहीं किया गया।

तहसील क्षेत्र के शाहपुर जमसोत होरिला पथरौर गहिला सुखदेवपुर बरबसपुर बकुलघट्टा गंगापुर काशीपुर धनकुवारी कुबराडीह पड़रिया जयमोहनी पोस्ता धौठवां ईत्यादि गांववासियों को जिलास्तरीय विभागीय कार्यो या न्यायालय मे मुकदमो का पैरवी या पेशी पर समय हाजिर होने मे निर्धारित तिथि से एक दिन पूर्व ही पैदल या वैकल्पिक साधनों से तहसील मुख्यालय पर रात्रि विश्राम कर अल सुबह चन्दौली के लिए जाना होता है।जिसकी पुनरावृति वापसी के दौरान भी होती है।

नौगढ़ से चकिया तक चलने वाले करीब 1 दर्जन से अधिक वाहनों मे कईयो के कागजातों तक का भी अता पता नही

नौगढ़ से चकिया तक चलने वाले करीब 1 दर्जन से अधिक वाहनों मे कईयो के कागजातों तक का भी अता पता नही है।
इस मार्ग पर मालवाहक वाहनों से सवारियों को ढोया जाता है।जिसमे सरकार का कर चोरी होने के साथ ही चालक परिचालक किराए के रूप में सवारियों को वाहन मे क्षमता से अधिक बैठाकर पहाड़ियों का उतार चढाव कराकर गंतब्य तक पहुंचाने का काफी धन दोहन कर रहे हैं।

डग्गामार वाहनों का संचालन करने वालो की खूब कट रही चांदी

जिस देख व जान भी तहसील प्रसासन व थाना पुलिस मूकदर्शक बने रहते हैं।
इस मार्ग पर कभी भी संभागिय परिवहन विभाग के अधिकारियों का दौरा नही होने से डग्गामार वाहनों का संचालन करने वालो की खूब चांदी कट रही है।
नौगढ़ से जान हथेली पर डग्गामार वाहनों से भगवान भरोसे यात्रा कर चकिया जाकर के फिर पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर जाकर जिला मुख्यालय चंदौली को जाना होता है।फिर वापसी भी इसी तरह करना पड़ता है।