150 छात्र-छात्राओं संग प्रबंधन व स्कूली शिक्षक के साथ मेडिकल टीम भी

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क

चकिया‚चंदौली। डालिम्स सनबीम चकिया स्कूल के होनहार बच्चों की टीम को स्कूल के चेयरमैन डॉ वी. पी. सिंह, प्रबंधक डॉ. विवेक प्रताप सिंह एवं डॉ. सुधा सिंह व प्रधानाचार्य बी. एस. राय द्वारा संयुक्त रूप से झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यात्रा का उद्देश्य असलतन किताबी ज्ञान की जमीनी हकीकत देखने के लिए प्रेरित करना था । इस पर्यटन के माध्यम से छात्र-छात्राओं को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर ज़िले के अयोध्या धाम का परिभ्रमण कराया गया और उसके इतिहास के बारे में बताया गया ।

भ्रमण के दौरान 150 छात्रों संग प्रबंधन व नर्सिंग की टीम भी

अयोध्या भ्रमण में विद्यालय के चेयरमैन , प्रबंधक, प्रधानाचार्य , 150 बच्चों के साथ 28 शिक्षक एवं शिक्षिकाएं , भ्रमण के दौरान बच्चों के स्वास्थ्य के देख रेख के लिये नर्सिंग स्टाफ भी चकिया से रवाना हुए। माधुरी श्रीवास्तव, संजय उपाध्याय, सोनू, एमितेश , पवन कुमार, मोनिका सिंह, कंचन पांडेय, सुप्रिया चौबे, शैल मिश्रा सहित 28 शिक्षकों के साथ ही आर्यन विश्वकर्मा, अरिहंत सिंह, अनन्य श्रीवास्तव, अमन सिंह, मनस्वी तिवारी, रागिनी चौधरी, आस्था सिंह, सहित 150 बच्चों ने इस भ्रमण का आनंद लिया।

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बच्चों ने मंदिर‚किला के साथ ही गलियों में घूमकर भी जानी जमीनी हकीकत

अयोध्या में बच्चों ने भगवान राम के दर्शन कर हनुमान गढ़ी, कनक भवन, महाराज दशरथ के क़िले का भ्रमण किया उसके बाद वहाँ की गलियों में वहाँ की महत्वपूर्ण वस्तुओं की ख़रीदारी भी की।
यह भ्रमण भारत के इतिहास को , जो कि अब तक कहानियों और किताबों में पढ़ा था उसको हक़ीक़त में देखने और जानने का मौक़ा मिला।

ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों में समूह में रहने की प्रवृत्ति, नायक बनने की क्षमता तथा आत्मविश्वास एवं भाईचारे की भावना होती है प्रबल – MD डा०विवेक

विद्यालय के प्रबंधक डॉ. विवेक प्रताप सिंह ने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण से छात्र , खुले वातावरण में शिक्षा को अपने व्यक्तिगत अनुभवों से परिभाषित करते हैं । शैक्षिक भ्रमण के माध्यम से बच्चों में एक रोमांचक अनुभूति जागृत होती है, जिससे उन्हें इतिहास, विज्ञान, शिष्टाचार और प्रकृति आदि विषयों पर विविध प्रकार के ज्ञान को अर्जित करने का व्यक्तिगत रूप से अवसर मिलता है। इसके अतिरिक्त ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों में समूह में रहने की प्रवृत्ति, नायक बनने की क्षमता तथा आत्मविश्वास एवं भाईचारे की भावना भी प्रबल होती है।

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