वाराणासी। शासन की ओर से अगस्त माह में हर घर तिरंगा अभियान चलाये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए उसने विभागवार अलग से बजट भी जारी किया गया है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षकों से 550 से 600 रुपये की वसूली कर रही है। शिक्षा विभाग पर यह गंभीर आरोप रविवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में शिक्षकों ने लगाये। विभाग इस पवित्र अभियान को भी अपवित्र करने की करतूत कर रहा है।

कभी कार्यक्रम के नाम पर तो कभी स्कूल के मरम्मत के नाम पर शिक्षकों से पैसा वसूला जाता है।


शिक्षकों का कहना था कि वह तो स्वयं ही तिरंगा अभियान में सहयोग करने के इच्छुक थे, लेकिन विभाग की ओर की जा रही वसूली बिल्कुल अवैध है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के इस कारनामे का न तो जिला प्रशासन और न जनप्रतिनिधियों ने कोई संज्ञान लिया। कहा कि शिक्षा अधिकारियों ने मनमानी की हद कर दी है।


कई सरकारी कार्यक्रमों के लिए शिक्षकों से वसूली की जा रही है। कभी कार्यक्रम के नाम पर तो कभी स्कूल के मरम्मत के नाम पर शिक्षकों से पैसा वसूला जाता है। विभाग इसके लिए लेटर इसलिए जारी नहीं करता ताकि वह फंसे नहीं। ऐसा न करने पर शिक्षकों का उत्पीड़न किया जाता है, जिसके भय से शिक्षक पैसा देते हैं और शिकायत करने से भी हिचकते हैं।