लखनऊ के BKT के घनी आबादी में पटाखा बनाने का चल रहा था काम
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
बी के टी ,लखनऊ। क्षेत्र के बरगदी गांव में सोमवार रात घर में पटाखा बनाते समय भीषण विस्फोट से पूरा इलाका दहल गया। धमाका इतना तेज था कि छत उड़ गई और पूरा मकान खंडहर में तब्दील हो गया। हादसे में जुबेर (35) की जान चली गई, जबकि 14 लोग घायल हो गए।
दीपावली को लेकर तैयार किया जा रहा था पटाखा
घर के अंदर भारी मात्रा में दीपावली के लिए अनार बनाने का सामान बिखरा मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए रामसागर चिकित्सालय भेजा, जहां से एक को ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया।
प्राप्त समाचार के अनुसार बरगदी गांव में जुबेर व उसके तीन अन्य भाइयों के 15 परिजन चार कमरे के मकान में रहते थे। परिवार के सभी सदस्य रोजगार के लिए अनार व अन्य छोटे पटाखे बनाने का काम करते रहे। आगे दिपावली को देखते हुए पटाखे बनाने का क्रम जोर पकड़ रहा था। जिसके कारण घर के अंदर भारी मात्रा में बारूद, अनार के मिट्टी के बर्तन और अन्य सामग्री रखी थी। तीन कमरों में परिवार के लोग रहते थे, जबकि चैथे कमरे में अनार बनाया जाता था। सोमवार रात करीब आठ बजे अचानक तेज धमाका होने से मकान की छत उड़ गई और दो तरफ की दीवार ढ़ह गई। हादसे में परिवार के सभी 15 सदस्य मलबे में दब गए। धमाके की आवाज सुनकर पड़ोसी मदद करने के लिए आए और पुलिस को सूचना दी।
विस्फोटो के बाद जुबेर की घटनास्थल पर ही हो गई मौत।
धमाका इतना जबरजस्त कि मकान के छत के भी उडे परखच्चे
प्रभारी निरीक्षक बीकेटी जितेंद्र कुमार सिंह के मुताबिक पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से मलबा हटवा कर एक-एक कर 15 लोगों को बाहर निकाला। इसमें जुबेर की मौत हो चुकी थी। सभी 14 घायलों को रामसागर मिश्रा अस्पताल पहुंचाया गया, जहां एक की हालत गंभीर देख उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक घायलों में सलमान, सैफ, समर, शबनम, जाकिरा, मुन्ना, असलम, साजिद, निदा बानो, फरीद, फैजान, गुलशन, राबिया, नाजनीन शामिल हैं। इसमें चार बच्चे हैं।
मलवे से दबे लोगो को निकालने में पुलिस व ग्रामवासियाें को लग गये दो घंटे
घनी आबादी के बीच पटाखे बनाने का काम चल रहा था। ग्रामीणों के मुताबिक इस पर कई लोगों ने आपत्ति भी की थी, लेकिन जुबेर के परिजन काम नहीं बंद कर रहे थे। सोमवार रात तीन बार ताबड़तोड़ धमाके हुए। इससे आसपास भी धुएं का गुबार फैल गया। इसके कारण कुछ देर तक लोगों को कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। मलबे में दबे घरवालों को निकालने में ग्रामीणों व पुलिस को दो घंटे का समय लग गया।
पुलिस पटाखे में विस्फोट मानने को तैयार नही , कह रही…रसोई गैस सिलेंडर फटा
पुलिस पटाखे में विस्फोट मानने को तैयार नही , कह रही…रसोई गैस सिलेंडर फटा
एसपी ग्रामीण हृदेश कुमार के मुताबिक जुबेर के पिता खलील ने पटाखा बनाने का लाइसेंस इटौंजा के अर्जुनगंज गांव के नाम पर लिया था। इसी कारण पटाखा बनाने की आशंका है, लेकिन हादसा सिलेंडर विस्फोट के कारण हुआ है। घर के अंदर अनार के मिट्टी के सामान भी मिले हैं। फोरेंसिक टीम बुलाई गई है। सभी पुलिसकर्मियों को मौके से दूर कर दिया है। आसपास के इलाकों को सील कर कर हर पहलू पर जांच की जा रही है।