खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
सुल्तानपुर। बुधवार की प्रातः जिले में धनपतगंज थाने के कुट्टा गांव निवासी सैनिक का पार्थिव शरीर जब घर पहुंचा तो मानो कोहराम मच गया। सोमवार को मेरठ में ड्यूटी के दौरान सैनिक की हादसे में मौत हो गई थी। साथ आए सैनिकों ने उन्हें अंतिम सलामी दी। उसके बाद गांव में ही जवान का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
आज ही के दिन मांगलिक कार्यक्रम के लिए आने वाला था जवान‚परिजनेां को बेसब्री से था इंतजार पर —-
मनीष तिवारी (38) मेरठ में सेना में ड्राइवर के पद पर तैनात थे। सोमवार दोपहर जब वे सेना का वाहन लेकर ड्यूटी के दौरान कही जा रहे थे। इस बीच उन्हें वाहन में कोई कमी महसूस हुई तो वे नीचे उतरकर उसे चेक करने लगे तभी अचानक वाहन चल पड़ा और वे उसके नीचे आ गए। मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
मौत की सूचना घर पहुंची तो पूरे गाॅ।व में कोहराम मच गया। मनीष का पार्थिव शरीर सैनिक वाहन से बुधवार को घर पहुंचा तो उनके अंतिम दर्शन के लिए इलाके के लोग भारी संख्या में इकट्ठा होे गए। परिजनों नें गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके बड़े बेटे अंबेश ने मुखाग्नि दी।
अन्तिम दर्शन व सलामी के बाद बडे बेटे ने दी मुखाग्नि
पहले से ही परिवार के कई सदस्य हैं सेना में
मृतक मनीष तिवारी के पिता त्रिभुवन तिवारी भी सेना में थे जो कैप्टन के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। तीन भाइयों में बड़े भाई संतोष भी सेना से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। दूसरे भाई पवन तिवारी भी सेना में हैं। मृतक की पत्नी सुमन शिक्षामित्र हैं। मृतक के दो बेटों मे बड़ा अंबेश (11) तथा छोटा अनंत ( 5) हैं।
आज ही छुट्टी पर आने वाले थे
मनीष बुधवार को एक मांगलिक कार्यक्रम मे शामिल होने के लिए छुट्टी पर आने वाले थे। घर वालों को उनका बेसब्री से इंतजार था। बुधवार को ही उनका शव तिरंगे में लिपटा आया। साथ आए सैनिकों ने उन्हें अंतिम सलामी दी।