गंगो श्री हास्पिटल ने मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर “आधुनिक जीवन शैली का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव”विषय पर संगोष्ठी का किया आयोजन

-कार्यक्रम में चिकित्सा क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए मशहूर नेत्र चिकित्सक डा.आर.के ओझा एवं शिक्षा क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए गुरुदेव नागेन्द्र द्विवेदी जी को किया गया सम्मानित:-

:-कार्यक्रम में जुटे अपने अपने विषय के दिग्गज:-


खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी।प्रतिदिन के तनाव से उपजती और मौत के मुंह में ले जाती गंभीर बीमारियों को देखते हुए यह बात बिल्कुल सही साबित होती है। हर एक मिनट का हिसाब रखती, भागदौड़ भरी वर्तमान जीवनशैली में सबसे बड़ी और लगातार उभरती हुई समस्या है मानसिक तनाव। हर किसी के जीवन में स्थाई रूप से अपने पैर पसार चुका तनाव, व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है।ये विचार व्यक्त किया मुख्य अतिथि के रूप में पधारे वाराणसी के अपर पुलिस आयुक्त वाराणसी कमिश्नरेट संतोष कुमार सिंह ने।

मौका था विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर गंगोश्री हास्पिटल के तत्वावधान में आयोजित “आधुनिक जीवन शैली का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव” विषय पर संगोष्ठी के आयोजन का। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वाराणसी के पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.बी.बी सिंह ने कहा कि आपकी निजी जिंदगी से शुरू होने वाला मानसिक तनाव पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण समस्या बनकर उभरा है, जो अपने साथ कई तरह की अन्य समस्याओं को जन्म देने में सक्षम है। यही कारण है, कि इसे बचने के लिए और मानसिक शांति प्राप्त करने के लिए योग, ध्यान, अध्यात्म और कई तरह के अलग-अलग तरीकों को लोग अपने जीवन में उतार रहे हैं।

तनाव किसी भी समस्या का हल नहीं-पद्मश्री चन्द्रशेखर सिंह

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे पद्मश्री श्री चन्द्रशेखर सिंह जी ने कहा कि यह बात हर किसी को हर दिन याद रखनी चाहिए, कि तनाव किसी भी समस्या का हल नहीं होता बल्कि कई अन्य समस्याओं का जन्मदाता होता है। उदाहरण के लिए तनाव आपको अत्यधिक सिरदर्द, माइग्रेन, उच्च या निम्न रक्तचाप, हृदय से जुड़ी समस्याओं से ग्रस्त करता है। दुनिया में सबसे अधिक हार्ट अटैक का प्रमुख कारण मानसिक तनाव होता है। यह आपका स्वभाव चिड़चिड़ा कर आपकी खुशी और मुस्कान को भी चुरा लेता है। इससे बचने के लिए तनाव पैदा करने वाले अनावश्यक कारणों को जीवन से दूर करना जरूरी ही नहीं अनिवार्य हो गया है।

पूरा विश्व मानसिक स्वास्थ्य को लेकर हो रहा हैं जागरूक -अम्बरीष सिंह

कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए विशिष्ट अतिथि वाराणसी विकास प्राधिकरण के सदस्य अम्बरीष सिंह भोला ने कहा कि पूरा विश्व मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हो रहा हैं, और तनाव से दूर रहने के लिए प्रयास कर रहा है, तो आप भी यह संकल्प लें, कि ,किसी भी समस्या में अत्यधिक तनाव नहीं लेंगे। क्योंकि यह कई तरह की शारीरिक समस्याओं को भी जन्म दे सकता है। आखिरकार तनाव लेने से ये समस्या सुलझने के बजाए और अधिक जटिल हो जाती है, तो बेहतर यही है कि उन्हें शांति से समझते हुए हल किया जाए।

हंसते रहिए, मुस्कुराते रहिए और चिंता को दूर भगाते रहिए-अभिषेक मिश्रा

समस्या में मुस्कुराना क्यों भूला जाए… इसलिए हंसते रहिए, मुस्कुराते रहिए और चिंता को दूर भगाते रहिए… कार्यक्रम में अपना विचार व्यक्त करते हुए प्रमुख समाजसेवी अभिषेक मिश्रा ने कहा कि परिवार का टूटना भी तनाव का एक प्रमुख कारण है। संयुक्त परिवार में लोग एक दूसरे के सुख-दुख को बांट लिया करते थे।

कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए जौनपुर एस.पी सिटी पुलिस डा.संजय कुमार ने कहा कि बेरोजगारी, जटिल प्रतिस्पर्धा और शार्टकट जीवन शैली भी तनाव का कारण बनती जा रही है।

वरिष्ठ पत्रकार बिजय विनित ने कोरोना काल में अपने अनुभवों को किया साझा

वरिष्ठ पत्रकार बिजय विनित ने कोरोना काल में अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि कोरोना की वैश्विक त्रासदी में जीवन के प्रति अनिश्चितता के कारण लोगों में तनाव अपने चरम पर दिखा।कोरोना काल की विभीषिका को मैंने अपनी स्वरचित किताब में प्रमुखता से लिखा है,जो जल्दी ही आपके हाथों में होगी। कार्यक्रम के आयोजक गंगोश्री हास्पिटल के निदेशक डा.प्रदीप चौरसिया ने विषय की प्रस्तावना किया। जबकि आभार कार्यक्रम के संयोजक श्री राजेश सिंह रिंकू ने किया।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मातृभूमि सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री संजय कुमार सिंह, शैलेन्द्र पाण्डेय “कवि”एवं गीत एवं ग़ज़लों के जाने माने रचनाकार प्रो.वशिष्ठ द्विवेदी(हिन्दी विभाग, काशीहिन्दूविश्वविद्यालय) ने अपना विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रो.. अनुराग तिवारी,डा.नीपू चौरसिया, रीता पाण्डेय, रितुराज सिंह, मयंक सिंह, सुरेन्द्र द्विवेदी, मयंक सिंह,रोशन द्विवेदी, आनन्द सिंह,प्रो.संतोष यादव, सुमित सिंह, सत्यानंद रस्तोगी, सुमंत कुमार मौर्य,अछैबर सिंह, दिनेश सिंह ‘दीनू’, रोहन प्रताप सिंह,रबि, धर्मेंद्र सिंह, जगन्नाथ ओझा,सुबाष विश्वकर्मा, रिंकू विश्वकर्मा, सुजीत सिंह इत्यादि लोग उपस्थित रहे।