लखनऊ के चारबाग स्टेशन रोड स्थित बेस्ट बिरयानी रेस्टोरेंट में गुरुवार रात आग लगने से एक ग्राहक जिंदा जल गया। हादसे के समय यहां दो लोग बिरयानी खा रहे थे। इनमें से ही एक युवक नासिक निवासी प्रकाश सुधाकर दात्रे की मौत हो गई
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। लेवाना होटल में लगी आग की आंच अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि गुरुवार देर रात में हुसैनगंज स्थित रंगोली होटल के भूतल पर बिरयानी रेस्टोरेंट में आग लग गई। आग सिलेंडर में लगी थी। देखते ही देखते आग ने रेस्टोरेंट को चपेटे में में ले लिया।
पुलिस व दमकल कर्मियों ने बिरयानी रेस्टोरेंट में एक घंटे में पाया आग पर काबू
दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया। तेज लपटों में घिरे दो युवक गंभीर रूप से झुलस गए। आग लगने की सूचना पर पहुंची पुलिस व दमकल कर्मियों ने एक गाड़ी की मदद से एक घंटे में आग पर काबू पा लिया। पुलिस के मुताबिक हादसे में झुलसे नासिक के प्रकाश सुधाकर को सिविल अस्पताल में मृत घोषित कर दिया। एक का इलाज चल रहा है। हादसा रसोई गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण हुआ था। पुलिस व अग्निशमन की टीम मौके पर जांच कर रही थी ।
एडीसीपी मध्य राजेश श्रीवास्तव के मुताबिक चारबाग स्थित कबीर होटल है। उसी के बेसमेंट में बेस्ट बिरयानी के नाम से रेस्टोरेंट है। होटल में अचानक आग लग गई। आग लगते ही इलाके में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में आग पर काबू पाने के लिए लग गए। इसके साथ ही दमकल को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने एक गाड़ी की मदद से कुछ देर में आग पर काबू पा लिया। एडीसी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच करने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
शुक्रवार ट्रेन से जाना था वापस हो गया हादसा
एडीसीपी के मुताबिक मृतक अपने सात साथियों के साथ प्रतापगढ़ शादी में शामिल होने के लिए आए थे। बृहस्पतिवार को शादी से लौटने के बाद चारबाग स्थित होटल में रुके थे। बाकी साथी रंगोली होटल में आराम कर रहे थे। यह दोनों लोग देर शाम को बिरयानी खाने के लिए निकले थे। मामले की जांच में सामने आया कि शुक्रवार ट्रेन से सभी को वापस लौटना था।
बिरयानी रेस्टोरेंट के गैस रिसाव की सूचना देने के बाद भी नही किया गया बचाव का उपाय
पड़ोसियों ने बताया कि कई दिनों से गैस लीक होने की बदबू आ रही थी। ऐसे में पड़ोस में स्थित दुकानदार शिकायत करते थे, तो चुप करा देता था। कई लोगों ने हादसे की चेतवानी दी थी, लेकिन हर बार कुछ नहीं होने की बात कही। एडीसीपी के मुताबिक सभी के बयान दर्ज करने के बाद कार्रवाई की जाएग
बिरयानी रेस्टोरेंट में एंट्री पर बना रखा था किचन जिससे नही हो सका बचाव
स्थानीय लोगों के मुताबिक रेस्टोरेंट का किचन बाहर बना हुआ था। वहां आने वाले ग्राहक अंदर बैठ कर खाते थे। उन्होंने बताया कि गैस सिलेंडर में आग लगी और गेट पर फैल गई। इससे दोनों बाहर नहीं भाग सके। आग बढ़ते ही उसकी चपेट में आ गए। किसी तरह खुद का बचाना चाहा, लेकिन बाहर नहीं निकल सके।
होटल में नहीं थे आग से बचाव के उपकरण
रेस्टोरेंट में आग से बचाव के उपकरण नहीं थे। यही वजह है कि आग पर तुरंत काबू नहीं पाया जा सका। अभी हाल में ही होटल लेवाना में आग लगी थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। होटल में आग से बचाव के उपाय नहीं थे और नक्शा भी पास नहीं था। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए थे। जांच में कई अधिकारी व कर्मचारी दोषी पाए गए थे और उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति भी हुई थी। होटलों और कांप्लेक्स में आग से बचाव के उपाय अनिवार्य करने के निर्देश दिए गए थे। बावजूद इसके हुसैनगंज, चारबाग, नाका, अमीनाबाद व गोमतीनगर समेत कई इलाकों में नियमों का पालन नहीं हो रहा है। यही कारण है कि आए दिन आग लगने की घटनाएं हो रही हैं। कही न कही तो प्रशासन भी मूक दर्शक बना हुआ है।