एयर बैग भी नही आया काम और चली गई मुकेश सेठ की जान
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चकिया‚चंदौली। खबर चंदौली जिले के चकिया कोतवाली की है। जहाॅं शुक्रवार की देर रात्रि लगभग दस बजे के आस पास चकिेया के सर्राफा ब्यवसाई मुकेश सेठ कार से शहाबगंज से अपने घर चकिया जा रहा था कि केरा के आगे और पंचवनिया पुल के पास कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। एक्सीडेंन्ट इतना भयानक था कि कार का एयरबैग भी नही बचा सका मुकेश की जान ।
नहर में पानी होता तो बच सकती थी सर्राफा ब्यवसाई मुकेश सेठ की जान
केरा मोड़ के आगे जहा पर कर्व बना हुआ है वहा से कार डिसकन्ट्रोल हुई और कार नहर में 10.12 फीट नीचे ग्ढे में चली गई। बड़ी नहर में पानी भरा होता तो बच सकती थी मुकेश की जान। कार सबसे पहले नये बने पुल के साइडर से टकराई और दस बारह फीट नीचे चली गई।जहा पर लगता है घटनास्थल पर ही मुकेश की मौत हो गई।
जीवन रक्षक का दावा करने वाली कार कम्पनियों का एअर बैग भी निकला फुस्स
कार का एयर बैग खुला हुआ दर्शा रहा है कि कार का एयर बैग तो खुला लेकिन मुकेश की किस्मत सो गई। प्रायः कार कम्पनियां दुर्घटना की स्थिति में एयर बैग को जीवन रक्षक का नाम देती है ओर दावा भी करती है लेकिन यहाॅॅं कुछ ऐसा नही हो पाया।
हर वर्ष प्रायः दर्जन भर से अधिक ही दुर्घटनाएं होती रहती हे जिसमें कईयो को अपनी जान तक गवानी पड़ती है प्रशासन नही ले रहा सुधि
बता दे कि ग्राम वासियों ने बताया कि यहाॅं पर हर वर्ष प्रायः दर्जन भर से अधिक ही दुर्घटनाएं होती रहती हे जिसमें कईयो को अपनी जान तक गवानी पड़ती है। लेकिन बावजूद इसके शासन प्रशासन या यातायाता विभाग इस पर कोईे घ्यान नही देता है। सबसे पहले यहाॅं पर इतनी डेंजर जोन होने के बावजूद भी शासन प्रशासन ने आज तक न तो सेफ्टी गार्ड बनवाया और न ही रेडियमयुक्त एलर्ट करने वाले बोर्ड। ऐसा होता तो बच सकती थी मुकेश की जान। जैसे ही पता चला लोगो का हुजूम घटनास्थल पर पहुॅच गया और आनन फानन में मुकेश को चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय लाया गया जहाॅं पर चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया। पूरे चकिया नगर में शोक ब्याप्त है। मुकेश के परिवार पर तो मानो बज्र ही टूट पड़ा हों। उसकी पत्नी बेसुघ हो कर पड़ी है। लगातार रोये जा रही है।परिवार में हाय तौबा मचा हुआ है। सारे राजनीतिक लोग पहुच गये थे लगातार पहुचने वालों का सिलसिला जारी हें । पूरे नगर में मातम का माहौल है।