आशु मिश्रा की रिर्पोट
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चकिया‚चंदौली। विकासखंड के पचवनिया गांव में कक्षा सात की छात्राओं द्वारा शिक्षक रामअवतार पांडेय पर छेड़खानी करने के लगाए गए आरोप के मामले में रविवार को नया मोड़ सामने आया है। परिजनों संग कोतवाली पहुंची छात्राओं ने शिक्षक को बदनाम करने की नियत से साजिश करने वालों का खुलासा करते हुए छात्राओं ने बयान बदल दिया।
BSA सत्येंद्र कुमार ने भी विद्यालय के प्रधानाध्यापक को किया निलंबित ‚अनुदेशिका अर्चना को नोटिस
विद्यालय में रची गई साजिश को संज्ञान में लेते हुए BSA सत्येंद्र कुमार ने भी विद्यालय के प्रधानाध्यापक राकेश कुमार को निलंबित करने के साथ ही षड्यंत्र में शामिल अनुदेशिका अर्चना को नोटिस जारी कर दी है। कोतवाली पहुंचे शिक्षक संघ ने भी न्याय की गुहार लगाते हुए शिक्षक रामअवतार पांडेय को रिहा करने की मांग की।
बीते शनिवार को कम्पोजिट विद्यालय पचवनिया में कक्षा सात की तीन छात्राओं ने शिक्षक रामअवतार पांडेय पर छेड़खानी और अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाते हुए रविवार को अभिभावकों संग हंगामा मचाया था। छात्राओं के बयान और हंगामे के वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर संपूर्ण समाधान दिवस में मौजूद जिलाधिकारी ने तत्काल मामले की जांच कराकर दोषी शिक्षक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे। कोतवाली पुलिस ने मामले में आरोपी शिक्षक के विरुद्ध आईपीसी की धारा 354 और पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर शिक्षक को हिरासत में ले लिया था।घटना का हुआ पटाक्षेप ‚नाबालिक छात्राओं ने प्रधानाचार्य व अनुदेशिका के कहने पर लगाया था आरोप
रविवार को घटना की पूरी कहानी तब बदल गई जब अभिभावकों और ग्रामीणों के संग कोतवाली पहुंची तीनों छात्राओं ने कोतवाल को बताया कि विद्यालय में नियुक्त अनुदेशिका अर्चना और प्रधानाध्यापक राकेश कुमार के कहने पर उन्होंने शिक्षक रामअवतार पांडेय को बदनाम करने की नियत से छेड़खानी करने का आरोप लगाया था। छात्राओं के कोतवाली पहुंचने की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अजय गुप्ता और शिक्षक नेता नरेंद्र यादव के साथ एक दर्जन शिक्षक कोतवाली पहुंच गए। जहां उन्होंने कोतवाल से बेगुनाह शिक्षक को न्याय दिलाने की बात कहते हुए उनको रिहा करने की मांग की। जिस पर कोतवाल ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज हो चुका है, विशेष पाक्सो न्यायालय से राहत मिलने के साथ ही न्याय मिल सकता है।
प्रधानाध्यापक और अनुदेशिका ने मिलकर रचा था षड्यंत्र
कम्पोजिट विद्यालय पचवनिया बीते अप्रैल माह में प्रधानाध्यापक राकेश कुमार द्वारा मिलीभगत करके स्कूल में मौजूद लाखों रुपए के पुराने लोहे के बेंच, पुरानी साइकिल , खिड़की, दरवाजे,पुरानी आलमारी सहित अन्य सामानों को चोरी से बेंच दिया था। जिस पैसे के बंदरबांट में अनुदेशिका अर्चना भी शामिल थी। इसी मामले में पचवनिया गांव के ग्रामीणों द्वारा भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया था। प्रधानाध्यापक के कृत्य का रामअवतार पांडेय ने विरोध किया था। जिसको लेकर प्रधानाध्यापक और अनुदेशिका की रामअवतार पांडेय से बराबर तनातनी रहती थी। मौका मिलते ही प्रधानाध्यापक के कहने पर अनुदेशिका ने रामअवतार पांडेय को बदनाम करने की नियत से छात्राओं को बरगलाकर पूरा षड्यंत्र रच डाला था।
शिक्षक की पत्नी और बेटे का रो रो कर बुरा हाल
बेगुनाह शिक्षक रामअवतार पांडेय को षड्यंत्र करके फंसाने की जानकारी मिलते ही रविवार को कोतवाली पहुंची शिक्षक की पत्नी कालिंदी और बेटे सौरभ का रो-रोकर बुरा हाल था। दोनों कोतवाल सहित अन्य शिक्षकों से न्याय की गुहार लगा रहे थे।
मामले को दबाने के लिए तथाकथित पत्रकारों ने पैसे की, की थी मांग
शिक्षक रामअवतार पांडेय को षड्यंत्र में फंसा कर बदनाम करने की साजिश में प्रधानाध्यापक अनुदेशिका के साथ ही दो तथाकथित पत्रकार भी शामिल है। छात्राओं और अभिभावकों का वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देने वाले तथाकथित पत्रकारों ने शिक्षक रामअवतार पांडेय से फोन पर पैसे की मांग की थी। जिसका ऑडियो अब वायरल हो रहा है।
शिक्षक के बीच बचाव में आए ग्रामीण
पूरी कर्तव्यनिष्ठा से अपनी ड्यूटी देने वाले शिक्षक रामअवतार पांडेय को षड्यंत्र में फंसा कर बदनाम करने करने वाले प्रधानाध्यापक और अनुदेशिका के खिलाफ पचवनिया गांव के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। युवा समाजसेवी नंदेश चौहान के नेतृत्व में कोतवाली पहुंचे दर्जनों ग्रामीणों ने कोतवाल से बेगुनाह शिक्षक को रिहा करने की गुहार लगाई। वहीं उन्होंने पत्र के माध्यम से जिला प्रशासन और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से षड्यंत्र रचने वाले दोनों शिक्षकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की।