किशोरी के साथ RAPE, फिर गर्भवती होने पर जबरन चिकित्सालय में ऑपरेशन कर गर्भपात कराने के मामले में रेवती पुलिस ने कार्रवाई में जुटी हुई है। जिस अस्पताल में गर्भपात कराया गया था, उस अस्पताल के संचालक, तथाकथित महिला चिकित्सक को गिरफ्तार किया गया है। एक अन्य चिकित्सक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस बिहार जाकर उसकी तलाश में जुटी हुई है।
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
बलिया।सुरेमनपुर दियराचंल के एक गांव की 14 वर्षीय किशोरी के साथ काफी दिनों तक एक युवक ने RAPE किया। उसके गर्भवती हो जाने पर युवक की मां जबरन बैरिया के सुमन चिकित्सालय में ले जाकर डरा धमका कर ऑपरेशन के माध्यम से गर्भपात करा दिया।
TEENAGER RAPE के एबार्सन कराये जाने के मामले में संचालक अमरनाथ पासवान, कथित महिला चिकित्सक डॉ. सुमन गिरफ्तार
बलिया जिले में TEENAGER RAPE फिर PREGNANT होने पर ऑपरेशन कर ABORTION कराने का मामला सामने आया है। घटना बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र में की है। किशोरी के साथ पड़ोसी युवक ने RAPE किया। किशोरी के PREGNANT होने की जानकारी होने पर आरोपित युवक की मां उसे बहलाकर बैरिया स्थित एक निजी अस्पताल ले गई और ऑपरेशन करवा दिया। पांच दिन से लापता बेटी को खोज रहा दिव्यांग पिता भनक लगने पर ढूंढते हुए बैरिया के निजी अस्पताल पहुंचा तो वहां उसकी बेटी बेड पर मिली।उप जिलाधिकारी बैरिया आत्रेय मिश्र के निर्देश पर रेवती पुलिस ने किशोरी के पिता के तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी छोटेलाल बिंद पुत्र स्व. श्रीभगवान बिंद और छोटेलाल की मां कांता देवी निवासी गोपाल नगर को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सुमन चिकित्सालय को सील कर दिया।
पुलिस ने सुमन चिकित्सालय के संचालक अमरनाथ पासवान, कथित महिला चिकित्सक डॉ. सुमन को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। चिकित्सालय में कार्यरत बिहार निवासी डॉ. मनीष फरार बताए जा रहे हैं। एसएचओ रेवती हरेंद्र सिंह ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम बिहार भेजी गई है।वही एसडीएम ने बताया कि मामला काफी संगीन है। आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
धड़ल्ले से हो रहा आधे दर्जन से अधिक नर्सिंग होमों का संचालन
बैरिया क्षेत्र के बैरिया, रानीगंज, टोला शिवन राय, लालगंज सहित आसपास के बाजारों व कस्बों में दर्जन भर से अधिक अवैध तरीके से बिना पंजीकरण के नर्सिंग होम अथवा निजी चिकित्सालय संचालित हो रहे हैं। इसमें इस तरह की गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है। इस संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता चर्चा में है।
उप जिलाधिकारी आत्रेय मिश्र ने का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को कार्रवाई के लिए पत्र भेजा जा चुका है। अगर स्वास्थ्य विभाग ऐसे फर्जी चिकित्सालयों या नर्सिंग होम पर कार्रवाई में तत्परता नहीं दिखाता है तो वह अपने तरीके से कानूनी कार्रवाई करेंगे।