dalimes
srvs-001
srvs
Screenshot_3
Screenshot_2
rising public
dwivedi02
raising
silver-wells-finql
WhatsApp Image 2023-08-12 at 12.29.27 PM
add-dwivedi
Screenshot_2
previous arrow
next arrow
  • 2023 की थीम- “डिजिटऑल –लैंगिक समानता हेतु नवाचार और प्रौद्योगिकी”
  • देखिए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर खबरी की ये खास रिपोर्ट

खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क चंदौली ।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का संक्षिप्त विवरण

हर वर्ष सम्पूर्ण विश्व में 08 मार्च को “अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस” मनाया जाता है। विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए इस दिन को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास

अमेरिका में सोशलिस्ट पार्टी के आह्वान पर, यह दिवस सबसे पहले 28 फ़रवरी 1909 को मनाया गया। इसके बाद यह फरवरी के आखिरी इतवार के दिन मनाया जाने लगा। 1910 में सोशलिस्ट इंटरनेशनल के कोपेनहेगन सम्मेलन में इसे अन्तर्राष्ट्रीय दर्जा दिया गया। उस समय इसका प्रमुख ध्येय महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिलवाना था, क्योंकि उस समय अधिकतर देशों में महिला को वोट देने का अधिकार नहीं था।

1917 में रूस की महिलाओं ने, महिला दिवस पर रोटी और कपड़े के लिये हड़ताल पर जाने का फैसला किया। यह हड़ताल भी ऐतिहासिक थी। ज़ार ने सत्ता छोड़ी, अन्तरिम सरकार ने महिलाओं को वोट देने के अधिकार दिया। इसी लिये 08 मार्च महिला दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कैसे मनाया जाता है?

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एक खास कार्यक्रम है जिसे लोगों के साथ ही व्यापार, राजनीतिक, समुदायिक, शिक्षण संस्थानों, आविष्कारक, टीवी व्यक्तित्व आदि महिला नेतृत्व के द्वारा 8 मार्च को पूरे विश्व भर में मनाया जाता है।

अन्य महिला अधिकारों को बढ़ावा देने वाली क्रिया-कलाप सहित नाश्ता, रात का भोजन, महिलाओं के मुद्दे, लंच, प्रतियोगी गतिविधि, भाषण, प्रस्तुतिकरण, चर्चा, बैनर, सम्मेलन, महिला परेड तथा सेमिनार जैसे विभिन्न प्रकार कार्यक्रम के आयोजन के द्वारा इसे मनाया जाता है।

इसे पूरे विश्व भर में उनके अधिकार, योगदान, शिक्षा की महत्ता, आजीविका आदि के मौके के लिये महिलाओं के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिये मनाया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस विषय (Theme)

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एक खास थीम का इस्तेमाल कर हर वर्ष मनाया जाता है। नीचे कुछ वार्षिक आधार दिये गये थीम हैं:

  • 1975 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को संयुक्त राष्ट्र ने मान्यता दी”।
  • 1996 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “भूतकाल का जश्न, भविष्य की योजना”।
  • 1997 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “महिला और शांति की मेज”।
  • 1998 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “महिला और मानव अधिकार”।
  • 1999 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “महिलाओं के खिलाफ हिंसा मुक्त विश्व”।
  • 2000 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “शांति के लिये महिला संसक्ति”।
  • 2001 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “महिला और शांति: विरोध का प्रबंधन करती महिला”।
  • 2002 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “आज की अफगानी महिला: वास्तविकता और मौके”।
  • 2003 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “लैंगिक समानता और शताब्दी विकास लक्ष्य”।
  • 2004 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “महिला और एचआईवी/एड्स”।
  • 2005 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “2005 के बाद लैंगिक समानता; एक ज्यादा सुरक्षित भविष्य का निर्माण कर रहा है”।
  • 2006 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “निर्णय निर्माण में महिला”।
  • 2007 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “लड़कियों और महिलाओं के खिलाफ हिंसा के लिये दंडाभाव का अंत ”
  • 2008 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “महिलाओं और लड़कियों में निवेश”।
  • 2009 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को खत्म करने के लिये महिला और पुरुष का एकजुट होना”।
  • 2010 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “बराबर का अधिकार, बराबर के मौके: सभी के लिये प्रगति”।
  • 2011 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “शिक्षा, प्रशिक्षण और विज्ञान और तकनीक तक बराबरी की पहुँच: महिलाओं के लिये अच्छे काम के लिये रास्ता”।
  • 2012 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “ग्रामीण महिलाओं का सशक्तिकरण, गरीबी और भूखमरी का अंत”।
  • 2013 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “वादा, वादा होता है: महिलाओं के खिलाफ हिंसा खत्म करने का अंत आ गया है”।
  • 2014 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “वादा, वादा होता है: महिलाओं के समानता सभी के लिये प्रगति है”।
  • 2015 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का थीम था “महिला सशक्तिकरण- सशक्तिकरण इंसानियत: इसकी तस्वीर बनाओ! (यूएन के द्वारा),महिला सशक्तिकरण पर पुनर्विचार और 2015 में लैंगिक समानता और उससे आगे” (यूनेस्को के द्वारा) और “तोड़ने के द्वारा” (मैनचेस्टर शहर परिषद के द्वार)।
  • 2016 के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का विषय था “इसे करना ही होगा”।
  • 2017 के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का विषय था “बी बोल्ड फॉर चेंज”।
  • 2018 के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का विषय था “प्रेस फॉर चेंज”।
  • 2019 के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का विषय था “थिंक इक्वल, बिल्ड स्मार्ट, इनोवेट फॉर चेंज”।
  • 2020 के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का विषय था “”मैं पीढ़ी समानता है: महिलाओं के अधिकारों को साकार करना “”।
  • 2021 के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का विषय था “”नेतृत्व में महिलाएं: एक COVID-19 दुनिया में समान भविष्य प्राप्त करना””।
  • 2022 के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस उत्सव का विषय था “”एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता””।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (08 मार्च) इस साल पूरे प्रदेश में एक जश्न के रूप में मनाया जाएगा। इसके तहत आठ मार्च तक जिलों में विविध कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इन कार्यक्रमों की रूपरेखा इस साल की थीम- “डिजिटऑल –लैंगिक समानता हेतु नवाचार और प्रौद्योगिकी” को ध्यान में रखते हुए तय की गयी है। इसका उद्देश्य सभी महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण व लैंगिक समानता के लिए डिजिटल युग में नवाचार, तकनीकी परिवर्तन और शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता लाना है। इससे उनमें अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता भी आएगी।

महिला कल्याण विभाग की निदेशक सरनीत कौर ब्रोका ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को भेजा पत्र

महिला कल्याण विभाग की निदेशक सरनीत कौर ब्रोका ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के सम्बन्ध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पत्र भी भेजा है। पत्र के मुताबिक़ डिजिटल प्रौद्योगिकी प्रगति-2030 के लिए लक्षित सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के अपार अवसर भी प्रदान करती है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में एक से आठ मार्च तक की गतिविधियाँ तय की गयीं।

khabaripost.com
sagun lan
bartan ghar
sardar-ji-misthan-bhandaar-266×300-2
kallu
bhola 2
add
alok
hanuman p
WhatsApp Image 2023-09-12 at 21.22.26_1_11zon
12_11zon
previous arrow
next arrow

इसके तहत आयोजिेत किये जार हे कई कार्यक्रम

इसके तहत एक और दो मार्च को जिलों में “हममें है दम” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत उन महिलाओं को जिन्होंने समाज की रुढियों और पूर्वाग्रहों से संघर्ष कर खुद से शुरू किये गए नवाचारों, तकनीक का प्रयोग या डिजिटल शिक्षा के माध्यम से खुद या समाज में दूसरी महिलाओं की प्रेरणास्रोत बनीं उनके बारे में समाज को अवगत कराया गया। इसके लिए सोशल मीडिया कैम्पेन भी चलाया गया। शुक्रवार (03 मार्च) को “आसमां है आगे” कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके अंतर्गत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विद्यालयों, कालेजों, विश्वविद्यालयों, आंगनबाड़ी, महिला शरणालय, बालिका गृहों और संरक्षण गृहों आदि के स्तर पर किशोरियों तथा महिलाओं के साथ डिजिटल शिक्षा और स्वावलंबन की चुनौतियों पर चर्चा आयोजित की जायेगी।
चार मार्च को जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में समुदाय की प्रेरक महिलाओं (गैर राजनीतिक) के लिए “गपशप लंच” का आयोजन किया जायेगा। आयोजन में स्थानीय कलाओं और कलाकारों को शामिल कर भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा।

आज होगा लैंगिक समानता विषय पर जनपदस्तरीय सेमिनार, गोष्ठियों का आयोजन

पांच मार्च को कार्यस्थल पर लैंगिक समानता विषय पर जनपदस्तरीय सेमिनार, गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। आयोजनों में प्रशासनिक अधिकारियों और विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जायेगा। छह मार्च को मेगा इवेंट “अनंता” का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत समाज में बदलाव लाने के लिए प्रयासरत महिलाओं जैसे-नवाचारों, तकनीक या डिजिटल शिक्षा का इस्तेमाल कर समाज या अपने जीवन में बदलाव लाने वाली महिलाओं की प्रेरक कहानियों को जनपद स्तर पर टीवी, रेडियो, एफएम, कम्युनिटी रेडियो, टॉक शो आदि के माध्यम से जन-जन तक प्रसारित किया जाएगा।

सात या आठ मार्च को सुविधा के अनुसार शुभ होली कार्यक्रम का आयोजन अत्याधुनिक सोशल मीडिया पर भी प्रसारण

इसमें एंटरप्रेन्योरर, उद्यमी, चेंज एजेंट्स, समाजसेवी या समाज की रुढियों व पूर्वाग्रहों से संघर्ष कर आगे सफल जीवनयापन करने वाली महिलाओं की प्रेरक कहानियों को भी शामिल किया जा सकता है। जनपद स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन कर ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की इन महिलाओं को सम्मानित भी किया जाएगा। सात या आठ मार्च को सुविधा के अनुसार शुभ होली कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में जन प्रतिनिधियों , जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। इन सभी कार्यक्रमों के आयोजनों के फोटोग्राफ और अन्य सामग्री महिला कल्याण विभाग और अन्य अधिकारियों के ट्विटर हैंडल से प्रसारित की जायेगी।

You missed