Ignoring standards in construction of chakrod, shoddy
मामला संज्ञान में है ग्राम प्रधान के कार्यों को देखते हुए उसके खाते के लेन-देन पर रोक लगा दी गई है। निर्माण कार्य की जांच करा कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी – DPRO
आँशु पंडित की रिर्पोट
खबरी पोस्ट नेशश्नल न्यूज नेटवर्क
चकिया‚चंदौली। विकासखंड के मुजफ्फरपुर गांव में स्थित गढ़वा घाट के आश्रम के पास ग्राम प्रधान द्वारा चकरोड निर्माण में मानक की अनदेखी करते हुए घटिया सामग्री से चकरोड का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। सोमवार को ग्रामीणों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर जिला प्रशासन से निर्माण कार्य की जांच कराने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेताया गुणवत्ता युक्त काम नहीं कराया गया तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
शासन की मंशा के विपरीत ग्राम प्रधान द्वारा निर्देशों को पलीता लगाते हुए घटिया सामग्री से चकरोड का कराया जा रहा निर्माण
शासन की मंशा है कि गांव में चकरोड चकनाली का निर्माण कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाए। ठीक इसके विपरीत ग्राम प्रधान द्वारा निर्देशों को पलीता लगाते हुए घटिया सामग्री से चकरोड का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। मनरेगा के तहत बनवाई जा रही चकरोड में मानक के अनुसार डाला की काली गिट्टी और सोन की बालू का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। लेकिन ठीक इसके विपरीत ग्राम प्रधान द्वारा मानक की अनदेखी करते हुए चकरोड की साइड वाल का निर्माण निर्माण दोयम दर्जे की ईट से किया गया है।
काली गिट्टी की जगह अहरौरा के पहाड़ की सफेद गिट्टी का इस्तेमाल
काली गिट्टी की जगह अहरौरा के पहाड़ की सफेद गिट्टी का इस्तेमाल चकरोड के सीसी रोड में इस्तेमाल किया जा रहा है। सोन की लाल बालू की जगह गिट्टी से निकलने वाले चूरे की भस्सी का इस्तेमाल किया जा रहा है। ग्रामीणों ने जब इसका विरोध किया तो ग्राम प्रधान के सहयोगी कहासुनी पर आमादा हो गए। ग्रामीणों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर जिला प्रशासन को पत्र भेजकर ग्राम प्रधान द्वारा कराए जा रहे घटिया निर्माण कार्य की जांच कराने की मांग की। हस्ताक्षर अभियान में प्रमुख रूप से चंदन गुप्ता, दिनेश पांडेय, पप्पु यादव, संजय दुबे, मनोज,भोनु, श्याम नारायण ,राजु,सुधीर, जावेद सहित तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।ा