मुख्य सचिव उ.प्र.शासन दुर्गा शंकर मिश्र ने क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण कराए जाने की विशेष पहल किए जाने का दिया भरोसा
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
नौगढ‚चंदौली। मुख्य सचिव उ.प्र.शासन दुर्गा शंकर मिश्र से मिलकर क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं से अवगत करा कर के क्षेत्र के पर्यावरण विद गोबिंद सिंह उर्फ बलिराम सिंह ने बताया कि काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर अन्तर्गत वनो का निरंतर दोहन व आरक्षित वनभूमि का भू भाग दिनों दिन सिमटता जा रहा है।
आरक्षित वनभूमि मे हो रहे अवैध निर्माण कार्य पर भी वनविभाग का अंकुश नहीं
मुख्य सचिव से बताया कि जनपद के सबसे पिछड़े हुए व अशांत रह चुके क्षेत्र में समुचित शिक्षण संस्थाओं का अभाव एवं औद्मोगिक संस्थान नहीं होने से गरीबों को मेहनत मजदूरी कर आय अर्जन करने के लिए देश के बड़े बड़े शहरों में पलायन करना होता है।
चन्द्रप्रभा सेंचूरी एरिया में आसीन चन्द्रप्रभा जलाशय का जलीय प्रजातियों एवं पशु पक्षियों के लिए पानी आरक्षित होने व हंटिंग शूटिंग एवं फिशिंग के लिए प्रतिबंधित होने के बावजूद भी मत्स्य आखेट मे ठेकेदार को नीलाम कर दिया गया।
ठेकेदार द्रारा जलाशय के पानी को भी प्रभागीय वनाधिकारी व अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग की मिलीभगत से बहा दिया गया।
जंगली जीवों का समूह प्यास बुझाने के लिए गांवों बस्तियों की ओर रूख लगा करने
मुख्य सचिव को अवगत करया कि मत्स्य पालन के लिए चन्द्रप्रभा जलाशय का ठेका करीब 96 लाख रुपये में दिया गया था।जिसमें लगभग 40 लाख रुपये की राशि जमा होने पर ही जिम्मेदारान अधिकारी द्रय की सैद्धांतिक सहमति पर ठेकेदार ने मत्स्य आखेट कर लिया।
जिससे राजस्व की अदायगी भी नहीं हो सकी।
कहा कि जंगली जीवों का समूह प्यास बुझाने के लिए गांवों बस्तियों की ओर रूख करने लगा है।जिनके प्राणों पर संकट शिकारी कुत्तों व शिकारियों से होने की प्रबल संभावना है।
उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव उ.प्र.शासन दुर्गा शंकर मिश्र ने क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण कराए जाने की विशेष पहल किए जाने का भरोसा दिया है।