चंदौली के डीएम निखिल फुंडे ने शनिवार देर शाम कलेक्ट्रेट के ट्रेजरी भवन में पहुंचकर चार्ज संभाला। इसके बाद मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं का सफल संचालन, जन समस्याओं का गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण मेरी प्राथमिकता है। इसके अलावा जीरो टाॅलरेंस की नीति पर शत प्रतिशत कार्य होगा।
ख्रबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चंदौली।DM निखिल फुंडे ने शनिवार देर शाम कलेक्ट्रेट के ट्रेजरी भवन में पहुंचकर चार्ज संभाला। इसके बाद मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं का सफल संचालन, जन समस्याओं का गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण मेरी प्राथमिकता है। इसके अलावा जीरो टाॅलरेंस की नीति पर शत प्रतिशत कार्य होगा। क्योकि शासन की मंशा को पूरा करना प्रशासन की जिम्मेदारी है।
चार्ज सम्हालने के बाद पहली मुलाकात में ही DM निखिल फुंडे अधिकारियों को समझा दी अपनी कार्यशैली
उन्होंने कहा कि जिले में पर्यटन की दृष्टी से कई बेहतर कार्य कराए गए हैं। जिन्हें नई पहचान दिलाना मेरी जिम्मेदारी है। क्योंकि बलिया जिले में तैनाती के दौरान चंदौली के राजदरी और देवदरी के पर्यटन स्थल पर घुमने का मौका मिला था। उन्होंने कहा कि जिले में सभी अफसरों को निष्ठा और इमानदारी पूर्वक कार्य करने और दायित्वों का निवर्हन करने की अपेक्षा है। क्योंकि टीम वर्क के बगैर कोई भी चैलेंज पूरा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जिले की भौगोलिक स्थिती, अफसरों के साथ बैठक और जनप्रतिनिधियों के सुझाव लेने के बाद आगे की कार्य योजना तैयार करेंगे। ताकि जिले को नई पहचान दिलाई जा सके।
हर विभाग को तैयार करना होगा अपने काम का लेखा-जोखा‚प्रजेंटेशन के बाद तय करेंगे काम की रुपरेखा
अधिकारियों के साथ बैठक करके डीएम निखिल फुंडे ने कहा कि अधीनस्थ नियमित रूप से दफ्तर में समय से उपस्थित रहें। कार्यालायों में साफ सफाई के साथ लोगों की समस्याओं का त्वरित गति से निस्तारण जरूरी है। कहा कि अधिकारी समय से जनसुनवाई करें। आईजीआरएस की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करें। इसमें कोई हीला–हवाली क्षम्य नहीं होगी। डीएम ने जन समस्याओं के मामलों में संवेदनशील रहने और सकारात्मक सोच के साथ अच्छा कार्य करने का सुझाव दिया।जिलाधिकारी ने मातहतों से कहा कि सभी विभाग के अधिकारी जन समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहें और सकारात्मक सोच के साथ अच्छा कार्य करें। ताकि किसी भी प्रकार की शिकायत उनके संज्ञान में न आए। अगर इन कार्यों में लापरवाही व हीलाहवाली दिखाई देती है, तो तत्काल ऐसे अफसरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
जिलाधिकारी हर विभाग से एक प्रजेंटेशन तैयार करके न सिर्फ विभाग की कार्यप्रणाली समझने की कोशिश करेंगे बल्कि विभाग के अफसरों की कार्यक्षमता भी भांपने का काम करेंगे।