सलिल पांडेय
राजस्थान भवन में होगा राजनीति और धर्मनीति का संगम
व्यवस्था तगड़ी, मेटल डिटेक्टर लगे पर आश्रम सामान्य दिनों की तरह
मिर्जापुर। राजनीति की गली में भले ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख श्री मोहन भागवत के गुरुवार, 20 जुलाई के आगमन को लेकर ‘जाकी रही भावना जैसी’ के अर्थ निकाले जा रहे हों क्योंकि वर्ष ’24 में लोकसभा के चुनाव की सुगबुगाहट होने लगी है इसलिए राजनीति के चश्मे इस दिशा में न घूमे संभव तो नहीं लगता। इसके बावजूद चुनार स्थित स्वामी अड़गड़ानंद जी का आश्रम इस तरह की किसी हवा से निष्प्रभावी ही प्रतीत हो रहा है। सामान्य दिनों की तरह ही गुरुवार को आश्रम दिखा। सुबह स्वामी जी का प्रवचन और अन्य सभी कार्य अन्य दिनों की तरह ही हो रहे थे, अलबत्ता प्रशासनिक चाक-चौबंद के लिए मुख्य आश्रम के दक्षिणी छोर की ओर राजस्थान भवन में पुलिस के लोग सुबह से ही मोर्चा सम्हालने के लिए पहुंच गए थे।
राजस्थान भवन में प्रशासन का राज
आश्रम के दक्षिणी छोर में बने राजस्थान भवन पर सुबह से प्रशासन का राज हो गया था। पुलिस ड्यूटी के साथ मेटल डिटेक्टर लगा दिए गए हैं। इस भवन में एक बड़ा हाल है जिसमें 20 -25 लोग बैठ सकते हैं। दो कमरे तथा किचेन भी है। यहीं श्री भागवत डेरा जमाएंगे। 10 मिनट के लिए स्वामी जी से उनके बंद कमरे में भेंट करेंगे। यहां वे किससे मिलेंगे और किससे नहीं, यह तय संघ के स्थानीय पदाधिकारी ही करेंगे।
देवरहा बाबा में लड्डू भोग
पुरुषोत्तम मास में संघ के पुरुषोत्तम श्री भागवत ‘जय जय हनुमान गोसाईं, कृपा करौं गुरुदेव की नाई’ की भूमिका में ही दिखाई पड़ेंगे। क्योंकि वे गुरुवार को आश्रम में कदम रखेंगे और हनुमान जी को प्रसन्न करने का संकल्प लेंगे। 51 मन लड्डू के भोग के यही निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। इतने लड्डू के बाजार भाव के मूल्यांकन में जो 9 लाख रुपया आ रहा, उसका अर्थ नवरात्र के नौ दिनों की साधना की महत्ता से भी निकाला जा रहा है।
नगरपालिका की सेवा
श्री भागवत के आगमन को देखते हुए नगर के अनेक हिस्सों में सफाई व्यवस्था पर नगरपालिका द्वारा