खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
नौगढ‚चंदौली।डग्गामार मालवाहको व टैक्टर टा्ली पर भूंसो की तरह लादकर श्रमिकों को ढोया जा रहा है।
जिनमें बाल मजदूरों की भी संख्या काफी रहती है।
श्रमिकों व बाल श्रमिकों का हुजूम प्रति दिवस जा रहा पुलिस की आँखों के सामने
जनपद सोनभद्र की सीमा के करीब तहसील क्षेत्र के काफी भू-भाग में मिर्चा टमाटर की खेती होती है।
जिसमें मेहनत मजदूरी करने के लिए अमदहां मरवटिया‚ बोदलपुर‚ भगेलपुर‚ नौगढ ‚बाघीं ‚गोलाबाद‚ नूनवट ‚कर्माबांध ‚चिकनी ‚पढौती‚ मंगरही‚ ईत्यादि गांवों के श्रमिकों व बाल श्रमिकों का हुजूम प्रति दिवस जाता है।
नक्सल क्षेत्र में लगातार सूखे के कारण काम काज का अभाव‚मजदूर कर रहे पलायन
दर्जनों की संख्या में मालवाहक पिक अप मैजिक वाहन व टैक्टरों से मजदूरों को ढोकर वाहन स्वामी किराया वसूल रहे हैं।
जिसे देख थाना पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है।
मजदूर रामचेला भगावन संजय प्यारे हीरा दीना कल्लू सुरेंद्र प्रेमनाथ बबलू सीताराम कौशिल्या सुरसतिया भगवानी मराछी मुन्नी कलावती अतवारी बबिता का कहना है कि क्षेत्र में काम धंधा का काफी अभाव होने के साथ ही लगातार 02 वर्षों से सूखा की स्थिति बनी हुई है।खेती किसानी मे भी काम नहीं मिल पा रहा है।
गरीबी मे दो रोटी का जुगाड़ करने के लिए गांव गांव से चलाए जा रहे पिक अप मैजिक वाहन व टैक्टर टालियों पर अल सुबह ही सवार होकर 30 से 35 किलोमीटर दूर तक की यात्रा करके मिर्चा टमाटर की खेती मे 08 घंटे काम करके देर रात घर वापस आना पड़ता है।
साधन के अभाव व सस्ते किराये के कारण मजदूर डग्गामार वाहन से यात्रा को विवश
आने जाने का सस्ता किराया होने से भूंसो की तरह ठूंस कर मजबूरन काफी कष्टकारी यात्रा करनी पड़ रही है।
हाड़तोड़ मेहनत करने पर मिलने वाली अल्प मजदूरी मे से ही वाहन का किराया भी देना पड़ता है।
किसानी के लिए वयस्क मजदूरों की जगह बाल मजदूरों की अधिक डिमांड
मिर्चा टमाटर की खेती में वयस्क मजदूरों के सापेक्ष बाल मजदूरों की मांग ज्यादा रहती है।
जिससे पढाई छोड़कर अवयस्कों का समूह भी काम करने के लिए जा रहा है।
थानाध्यक्ष अतुल प्रजापति ने बताया कि आरोपों की जांच कराकर कार्यवाही होगी।