सलिल पांडेय
★गोलमोल जवाब पर पूछा मंत्री ने ‘नोटिस नहीं दिया तो मिली भगत है!’
★मंत्री की बैठक में सिट्टी-पिट्टी उखड़ी सड़क की गिट्टी-मिट्टी जैसी हुई
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
मिर्जापुर। यूपी के PWD मिनिस्टर श्री जितिन प्रसाद मातृनवमी को मातृशक्ति धाम विंध्याचल आए थे। यहाँ उन्होंने विभागीय हालचाल जब जानने के लिए मीटिंग बुलाई तो सड़कों में प्रायः रिटायर्डमेन्ट अवस्था में गाल में बुड्ढों जैसे गड्ढे की शिकायत मिली जिसे मंत्रीने अत्यंत गंभीरता से लिया और गुस्से का बुल्डोजर चला दिया।
★मंत्रीने की मंत्री से शिकायत
हुआ यह कि जब मन्त्री श्री जितिन प्रसाद ने बैठक ली तब उसमें यूपी के कैबिनेट मंत्री श्री आशीष पटेल भी मौजूद थे। श्री पटेल खुद भी इंजीनियर हैं। उन्होंने अहरौरा, मड़िहान, लालगंज सहित कुछ अन्य मार्गों के बनते ही गढ्ढे होने की शिकायत की। नम्बर-2 के निर्माण की शिकायत आते मंत्री श्री जितिन प्रसाद की भृकुटि टेढ़ी हुई और संबंधित अधिकारियों से पूछताछ शुरु की।
★हुजूर, ठीकेदार नहीं मानता हमार बतियाँ
संबन्धित अभियंता से कारण जानना चाहा जब श्री प्रसाद ने तो घबड़ाहट में संबन्धित इंजीनियर बोल पड़े कि ‘हुजूर, ठीकेदार मेरी बात नहीं सुनता है।’ सोचा था कि जैसे पब्लिक को धता पढ़ाते हैं, वैसे मंत्री जी को भी गोलमटोल जवाब देकर बच जाएंगे लेकिन अनुभवी मंत्री ने अगला सवाल पूछा कि ठीकेदार का भुगतान रोकने की नोटिस दी गई है? जब उत्तर मिला कि नहीं तो PWD मिनिस्टर का पारा और चढ़ा क्योंकि उन्हें फिर कहना पड़ा कि सब मिलीभगत का मामला लग रहा है। इस परिस्थिति में तो एयरकंडीशनर में हो रही मीटिंग के बाबजूद इंजीनियर महोदय पसीने से नहाए से लगे। पसीने से लथपथ तो मीटिंग में जाते भी देखे गए थे।
★आशीष की शिकायत पर पब्लिक को राहत
कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल की शिकायत पर जनता की प्रतिक्रिया है कि सरकारी खजाने के लूटने के मामले में दण्डित हो चुके लोगों की हरकतों पर अब तो कस के लगाम लगनी ही चाहिए ।
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