लगातार चौथी बार कार्यवाहक DGP मिला है। एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार को अब यूपी पुलिस का नया डीजीपी बना दिया गया है. उन्हें 2023 के दिसंबर माह में ही यूपी पुलिस का नया एडीजी बनाए गए थे. वहीं एक बार फिर उनका प्रमोशन 1 माह के बाद हो गया. अब उन्हें यूपी के नए कार्यवाहक DGP की जिम्मेदारी दे दी गई है.
16 आफिसरों को सुपरसीड कर प्रशांत बने कार्यवाहक DGP‚ग्रहण किया कार्यभार
डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार को राज्य सरकार ने प्रदेश पुलिस का नया DGP बनाया गया है। उन्होंने बुधवार शाम को कार्यभार संभाल लिया। कार्यवाहक DGPविजय कुमार के बुधवार को सेवानिवृत्त होने के बाद प्रशांत कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है। वर्ष 1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार 16 अफसरों को सुपरसीड करके कार्यवाहक DGP बने हैं। बीते करीब साढ़े तीन वर्ष से वह कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके अलावा उनके पास ईओडब्ल्यू और स्टेट एसआईटी की जिम्मेदारी भी है। यह लगातार चौथी बार है जब यूपी में कार्यवाहक DGP की नियुक्ति हुई है। कार्यवाहक DGP ने नियुक्ति के निर्णय के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की।
प्रशांत कुमार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पसंदीदा अफसरों में शामिल
बता दें कि मूल रूप से बिहार के सीवान निवासी प्रशांत कुमार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पसंदीदा अफसरों में शामिल माना जाता है। एडीजी जोन मेरठ रहने के दौरान उन्होंने कई अपराधियों का एनकाउंटर किया था, जिसके बाद उनको एडीजी कानून-व्यवस्था बनाया गया था। तत्पश्चात उन्होंने प्रदेश के 66 माफियाओं की सूची तैयार कर कानून का शिकंजा कसना शुरू कर दिया। उनके नेतृत्व में एसटीएफ और जिलों की पुलिस ने एनकाउंटर करने का सिलसिला जारी रखा।
DGP को चार बार मिल चुका है राष्ट्रपति का वीरता पदक
प्रशांत कुमार को चार बार राष्ट्रपति का वीरता पदक मिल चुका है। उन्होंने एमएससी, एमफिल और एमबीए की शिक्षा ग्रहण की है। उनकी पत्नी डिंपल वर्मा रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में रेरा में सदस्य हैं।
इन अफसरों को किया सुपरसीड तब बने DGP
मुकुल गोयल, आनंद कुमार, शफी अहसान रिजवी, आशीष गुप्ता, आदित्य मिश्रा, पीवी रामाशास्त्री, संदीप सालुंके, दलजीत सिंह चौधरी, रेणुका मिश्रा, बिजय कुमार मौर्या, सत्य नारायन साबत, अविनाश चंद्रा, संजय एम. तरडे, एमके बशाल, तनूजा श्रीवास्तव, सुभाष चंद्रा।
कौन हैं आईपीएस प्रशांत कुमार
प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. 2020 और 2021 में उन्हें वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. प्रशांत कुमार को वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) अंतरराज्यीय गैंगस्टर शिव शक्ति नायडू के एनकाउंटर के लिए प्रदान किया गया था. इसके लिए उन्हें सीएम ने भी बधाई दी थी। अब उन्हें राष्ट्रपति के हाथों वीरता पुरस्कारों से सम्मानित करने का ऐलान भी हो चुका हैं.
300 से ज्यादा एनकाउंटर
यूपी सरकार ने उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए प्रशांत कुमार को एडीजी का पद दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के माने तो उन्होंने अब तक 300 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं। इसलिए उनका एक बार फिर प्रमोशन कर उन्हें यूपी पुलिस का नया कार्यवाहक डीजीपी बना दिया गया है। प्रशांत कुमार सीएम योगी के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से एक माना जाता हैं.
अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
यूपी में DGP की नियुक्ति को लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि लगता है एक बार फिर उप्र को कार्यवाहक डीजीपी मिलनेवाला है। जनता पूछ रही है कि हर बार कार्यवाहक DGP बनाने का खेल दिल्ली-लखनऊ के झगड़े की वजह से हो रहा है या फिर अपराधियों के संग सत्ता की सांठगांठ के कारण।