सलील पांडेय
- कानूनी पेशबंदी के लिए आए पिता पुत्र को लिया गया हिरासत में
- आए थे अलग-अलग पर गए साथ-साथ
- महिला पुलिस प्रभारी एवं काउंसलरों का रंग रहा चटक
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
मिर्जापुर । कलह-विवाद के चलते जार-जार होते पारिवारिक रिश्तों को सलाह-मशविरे के सुई-धागे से जोड़ने की कोशिश सफल रही। एक युवा दम्पति को साथ न रहने की हठ छोड़कर सुकोमल बच्चे के लिए नरम जीवन जीने की सलाह दी गई। अंततः दम्पति में दोनों पक्षों का जिद के आगे पथराया-सा मन पिघल ही गया। आंखें गीली हुईं और बच्चे के ख़ातिर साथ रहने के रजामंदी-पत्र पर सहमति का हस्ताक्षर हो गया। इसके अलावा भी पारिवारिक विवाद के चलते तीरघाट- मीरघाट होते दम्पतियों को अंततः ‘मिलन-घाट’ पर पहुंचाया गया। सर्वाधिक महत्वपूर्ण रिश्तेदार को मारपीट कर ट्रामा सेंटर में पहुंचाकर की गई कानूनी पेशबंदी भी ध्वस्त हो गई। पहले से पंजीकृत मुकदमे में नामज़द लोगों को जेल तक जाना पड़ा।
महिला पुलिस प्रभारी का दमदार अभियान
रविवार को पुलिस परामर्श केंद्र में दरकते-चटकते रिश्तों को बचाने के लिए हुई काउंसलिंग में महिला थाना प्रभारी श्रीमती सीमा सिंह फुल-फार्म में दिखाई पड़ीं । इनका साथ गैरसरकारी काउंसलर श्रीमतिबपार्वती पांडेय एवं श्रीमती निर्मला राय बखूबी दे रहीं थी। इसी बीच जमुआ बाजार (कछवा) की गुंजन पटेल अपने सुकोमल से दो वर्षीय बेटे को लेकर सामने आई। पत्रावलियों के अनुसार उसका विवाह इंदौर (मध्यप्रदेश) के एक साइंटिस्ट के पुत्र सुभाष पटेल से 6 वर्ष पूर्व हुआ था लेकिन शकसुबहा के चलते दोनों में दूरी हो गई थी। दोनों पक्षों की बातों से साफ जाहिर हुआ कि दम्पति से ज्यादा दोनों के परिवारी जनों में अकड़ है। अंततः दोनों को साथ रहने के लिए राजी कर लिया गया।
इसी कड़ी में कोतवाली देहात के जसोवर की दो पुत्रों (साढ़े तीन वर्ष के आयुष एवं 4 माह के यश) की माँ सपना के बिखरते सपने को साकार करने में भी राजीनामा की सहमति बनी। सर्वाधिक महत्वपूर्ण हलिया क्षेत्र की खुशबू एवं कोरांव, प्रयागराज के विनय कुमार को चन्द सुझावों के साथ केंद्र से ही साथ-साथ घर के लिए रवाना हुए। 15 जनवरी को पुलिस में आई शिकायत को दो माह में राजी करने के लिए परिजनों को लोग बधाई देने लगे।
इसी कड़ी में गोपीगंज (भदोही) में ब्याही जिगना (मिर्जापुर) की एक महिला द्वारा श्वसुर की नीयत की शिकायत पर महिला प्रभारी श्रीमती सीमा सिंह ने कड़ी चेतावनी दी। कतिपय अन्य मामलों के लिए आगे की तारीख निर्धारित की गई।
केंद्र से ही जेल गए पिता-पुत्र
बीते चार जनवरी को बेटी की विदाई कराने पड़री के देवानी गांव आए पिता की लाठी डंडे से पिटाई एवं अधमरा करने के बाद कानूनी पेशबन्दी के तहत महिला पक्ष के लोगों के खिलाफ़ पुलिस में दिए गए प्रार्थना पत्र के तहत जब महिला के भाई ने बताया कि मामला ‘उल्टा चोर कोटवाल को डांटे’ वाला है तब महिला प्रभारी श्रीमती सीमा सिंह ने पड़री थाना प्रभारी से बातचीत की। पता चला कि मारपीट के अपराध का मुकदमा दर्ज है। इस घटना में मकान बनाने की मजदूरी करने वाला पिता BHU ट्रामा सेंटर में महीनों एडमिट रहा और अभी भी चुनार के बरैठा स्थित अपने घर में बिस्तर पर है। पडरी पुलिस प्रभारी ने जानकारी दी कि दोनों उक्त मामले में वांछित हैं। तत्काल पडरी पुलिस प्रभारी श्री वीरेंद्र सिंह आए और दोनों को हिरासत में ले लिया।
बाहरी लोगों का हस्तक्षेप
परिवार परामर्श के दौरान बाहरी लोगों के हस्तक्षेप पर रोक के बाबजूद जब कानूनी सलाह देने के नाम पर कतिपय लोग हस्तक्षेप कर रहे थे तब काउंसलरों ने तत्काल इस पर रोक के लिए महिला प्रभारी से कहा। काउंसलरों का कहना था कि परिवार जोड़ना महत्वपूर्ण है न कि तोड़ना। इस अवसर पर महिला काँसिटेबिल श्रीमती सावित्री यादव भी मौजूद रहीं।