भोजन बनाकर इंतजार कर रही थी पत्नी
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। पत्नी बिलख रही थी और परिजन उसे संभालने में जुटे थे। पत्नी भोजन बनाकर घर पर इंतजार कर रही थी उसे क्या पता था कि काल के क्रूर पंजे ने सदा के लिए उनका सुहाग छीन लिया। युवक की मौत की खबर सुनकर परिजन के अलावा ग्रामीण भी शोकाकुल है। परिजनों को भरोसा नहीं हो रहा कि जिसने मोबाइल पर आधे घंटे में घर आने की बात कही थी वो हमेशा-हमेशा के लिए उनसे दूर हो गया।
बता दे कि वाराणसी के रामेश्वर-हरहुआ पंचकोशी मार्ग पर भटौली गांव के समीप बुधवार देर रात अज्ञात वाहन की चपेट में आने से हीरमपुर थाना जंसा निवासी जितेंद्र विश्वकर्मा (28) की मौत हो गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भिजवाया।
काम खत्म कर घर लौटते समय जितेन्द्र का हुआ एक्सीडेंट
जितेंद्र शहर स्थित एक निजी कंपनी में बढ़ई का काम करता था। रोज की तरह बुधवार रात भी अपना काम निपटाकर रात में बाइक से घर लौट रहा था। उसने मोबाइल पर परिजनों को कहा था कि आधे घंटे में घर पहुंच जाएगा। उसकी पत्नी भोजन बनाकर इंतजार कर रही थी। इधर, पंचकोशी मार्ग पर भटौली के पास अज्ञात वाहन ने जितेंद्र बाइक में टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जोरदार की बाइक की उडी धज्जियां
टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइककी धज्जियां उड गई और जितेंद्र के सिर, गर्दन और पैर में गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस उसे हरहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मात्र छः माह के बेटे के सिर से उठा पिता का साया
जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान हुई। पुलिस ने परिजनों को हादसे की सूचना दी तो परिजनों में कोहराम मच गया। तीन बहनों में जितेंद्र इकलौता भाई था। उसकी कुछ साल पहले शादी हुई थी और उसका 6 महीने का एक बेटा भी है।