- संक्रामक बीमारियों से बचाव की देंगी जानकारी।
- साफ-सफाई के प्रति भी किया जाएगा जागरूक।
- सोमवार से प्रारम्भ दस्तक अभियान रहेगा 30 अप्रैल तक जारी ।
खबरी पोस्ट नेशनल न्यूज नेटवर्क
चंदौली। जनपद में चल रहे विशेष संचारी रोगों के नियंत्रण अभियान के साथ ही सोमवार से दस्तक”अभियान भी शुरू हो गया। दस्तक अभियान 30 अप्रैल तक चलेगा। इस अभियान के दौरान ‘फ्रंट लाइन वर्कर” घर-घर जाकर संक्रामक रोगों के संभावित मरीजों को चिन्हित करने के साथ ही लोगों को मच्छरजनित बीमारियों से बचाव एवं साफ-सफाई के महत्व के बारे में जागरूक करेंगे। यह जानकारी जिला मलेरिया अधिकारी पीके शुक्ला ने दी।
संचारी रोग नियंत्रण अभियान जिले में एक अप्रैल से प्रभावी रूप से संचालित
डीएमओ पीके शुक्ला ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान जिले में एक अप्रैल से प्रभावी रूप से संचालित है। अभियान के तहत शहर एवं गांव में फैली गंदगी, कूड़े के ढेर को साफ करने के साथ ही हैंडपंप के आसपास जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जा रही है। मच्छर जनित बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए विशेष अभियान चलाकर गांवों की नाली का कूड़ा हटाकर साफ-सफाई के अलावा आसपास चूना, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है।
अभियान के तहत लगाई गई आशा और आंगनवाडी कार्यकत्रियों की डि्यूटी
इस क्रम में सोमवार से शुरू हुए दस्तक” अभियान के तहत टीमें घर-घर जायेगी और लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने के काम करेंगी।
जिला सहायक मलेरिया अधिकारी राजीव सिंह ने बताया कि संचारी रोग अभियान एक अप्रैल से शुरू होकर 30 अप्रैल तक चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत ही 17 अप्रैल से दस्तक अभियान की शुरूआत की गयी है। जिसके अंतर्गत आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की डयूटी लगायी गई हैं, जो घर-घर जाकर दिमागी बुखार एवं अन्य संक्रमक रोगों के मरीजों का चिन्हीकरण करेंगी। उनमें जागरूकता बढ़ाने, संचारी रोगों से बचाव तथा उपचार के विषय में बताएंगी। इस दौरान कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण,एन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस रोगियों की सूची आदि भी तैयार करेंगी।
संचारी रोगों व दिगामी बुखार की रोकथाम अभियान 12 विभागों के साथ सहयोग से चलाया जा रहा
एडीएमओ राजीव सिंह का कहना है कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान ब्लॉक स्तरीय खुली-नालियों को ढकने,कचरों की साफ-सफाई व फागिंग करवायी जा रही है। साथ ही कहीं भी जलभराव की स्थिति न हो यह सुनिश्चित किया जा रहा। ग्रामीण व मलिन बस्तियों में पीने के पानी की जांच भी की जायेगी। जलजनित रोग मच्छरों के कारण होते हैं। जहां पर गंदा पानी या गंदगी रहती है वहां मच्छर पनपते हैं और लोगों को संक्रमित करते है। मच्छर जनित बीमारियों से लोगों को बचाने के उद्देश के साथ जिले में संचारी रोगों व दिगामी बुखार की रोकथाम अभियान 12 विभागों के साथ सहयोग से सफलता पूर्वक ग्रामीण व शहरी क्षेत्रो में अभियान को चलाया जारहा है।
जलभराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल की उपलब्धता पर विशेष जोर
साथ ही स्वास्थ्य विभाग व नगर पंचायत समन्वय पूर्ण संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत साफ-सफाई, कूड़ा निस्तारण, जलभराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल की उपलब्धता पर विशेष जोर देते हुए, इसके व्यापक प्रचार-प्रसार का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि अपने घर एवं आस-पड़ोस को स्वच्छ और साफ सुथरा रखें,जलजमाव न होने दें, खुले नाले व नालियों में कूड़ा न डालें, कूड़ादान में ही कूडा डालें।